भारत और अमेरिका के बीच की मित्रता वैश्विक भलाई के लिए जरूरी: PM मोदी
अपनी अमेरिका की यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका की मित्रता वैश्विक भलाई के लिए जरूरी है। इससे हमारा ग्रह बेहतर और मजबूत होगा। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के ट्वीट को रिट्वीट कर यह बात कही।
दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण दोस्ती
दरअसल, राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण दोस्ती में से एक है। यह पहले से कहीं अधिक मजबूत, करीब और अधिक गतिशील है। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि वे उनकी बात से इत्तेफाक रखते हैं। दोनों मुल्कों के बीच मित्रता वैश्विक भलाई के लिए जरूरी है। यह दुनिया को बेहतर और अधिक टिकाऊ बनाएगी। उन्होंने कहा, मेरी हाल की यात्रा में जो बातें सामने आई हैं, उससे हमारा बंधन और भी मजबूत होगा।
सफल रही अमेरिका और मिस्र की छह दिवसीय यात्रा
ज्ञात हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका और मिस्र की अपनी छह दिवसीय यात्रा समाप्त कर रविवार रात दिल्ली पहुंचे थे। यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने दोनों देशों के साथ कई ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
20 जून को शुरू हुई थी PM मोदी की यात्रा
पीएम मोदी 20 जून को अमेरिका की यात्रा पर रवाना हुए थे और न्यूयॉर्क में उन्होंने 21 जून को 9वें ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इसके बाद वाशिंगटन डीसी में, राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में रेड कार्पेट पर स्वागत किया गया। इस बीच दोनों नेताओं ने एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया, जिसके बाद पीएम मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया और उनके सम्मान में राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा व्हाइट हाउस में एक राजकीय रात्रिभोज का आयोजन किया गया।
भारत और अमेरिका के बीच हुए समझौते
इस यात्रा में रक्षा, अंतरिक्ष और व्यापार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई प्रमुख सौदे हुए। वहीं F-414 फाइटर जेट इंजन के संयुक्त उत्पादन के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के बीच हुआ समझौता पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा की प्रमुख उपलब्धियों में से एक रहा।
अमेरिका के बाद मिस्र पहुंचे PM
वहीं, पीएम मोदी अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा समाप्त कर शनिवार (24 जून) को काहिरा पहुंचे थे, जहां हवाई अड्डे पर मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने उनका स्वागत किया। यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने काहिरा में द्विपक्षीय वार्ता के लिए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
भारत-मिस्र के बीच हुए समझौते
दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों सहित दोनों देशों के बीच साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं द्वारा द्विपक्षीय संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” तक बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। कृषि, पुरातत्व और पुरावशेष और प्रतिस्पर्धा कानून के क्षेत्र में तीन समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए।
PM मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ सम्मान से किया सम्मानित
वहीं राष्ट्रपति सिसी ने प्रधानमंत्री को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ सम्मान से सम्मानित किया जो मिस्र का सर्वोच्च राज्य सम्मान पुरस्कार है। यह 13वां ऐसा सर्वोच्च राजकीय सम्मान है जो दुनियाभर के विभिन्न देशों ने पीएम मोदी को प्रदान किया है। इस पुरस्कार को स्वीकार कर पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा, ”मैं बड़ी विनम्रता के साथ ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ स्वीकार करता हूं। मैं इस सम्मान के लिए मिस्र की सरकार और लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह भारत और हमारे देश के लोगों के प्रति उनकी गर्मजोशी और स्नेह को दर्शाता है।”