ख़बरराष्ट्रीय

जम्मू कश्मीर के घाटी में सेना और आतंकियों के बीच फिर हुआ मुठभेड़

जम्मू-कश्मीर में शोपियां के द्रगाड इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है। पुलिस और सुरक्षा बल ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस बात की जानकारी दी। आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत सभी लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया है। इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं।

जैसे ही बलों की संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ी, छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी होने की पुष्टि की। सूत्रों के मुताबिक दो से तीन आतंकियों के फंसे होने की आशंका है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय मस्जिदों से मुनादी कर लोगों को सतर्क किया गया। सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ अंतिम वार की तैयारी कर रहे हैं।

सुरक्षा बल और आतंकियों के बीच लगातार हो रही मुठभेड़ को लेकर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) जम्मू क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नियंत्रण रेखा के साथ आगे के इलाकों का दौरा किया और सुरक्षा बलों को जारी अभियान के तहत कई निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने भी रविवार को भीमबेर गली का दौरा किया था और जल्द ही उग्रवादियों के खात्मे का भरोसा जताया।

पुंछ में अब तक का सबसे लंबा ऑपरेशन

एक सप्ताह से यहां आतंकवादियों के एक समूह को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही हैं। इसमें अब तक नौ सैनिक शहीद हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि बीते सोमवार सुबह भी दोनों ओर से जोरदार फायरिंग हुई। दोनों पक्षों के बीच पहली मुठभेड़ 11 अक्टूबर को पुंछ जिले के देहरा की गली इलाके में हुआ था, जिसमें एक जेसीओ सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए थे। यह पिछले 17 वर्षों में क्षेत्र में सबसे घातक मुठभेड़ थी। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सबसे लंबा ऑपरेशन चलाया जा रहा है।