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ऊर्जा एवं उद्योग विभाग द्वारा ऊर्जा निवेश का किया जा रहा आयोजन

बिहार विद्युत पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन एंड रीन्यूअबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए राउंडटेबल
• विद्युत भवन में 5 फरवरी को आयोजन

बिहार सरकार के ऊर्जा और उद्योग विभाग द्वारा सहयोगी रूप में आगामी 5 फरवरी को ऊर्जा निवेश, बिहार विद्युत पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन एंड रीन्यूअबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए राउंडटेबल आयोजित की जा रही है।

राउंडटेबल में इलेक्ट्रिकल पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके तहत, तीन उपक्षेत्रीय सत्र भी होंगे, जिनमें विभिन्न निर्माता समूहों के साथ राउंडटेबल होगी। कार्यक्रम में लगभग 70 निवेशक भाग लेंगे। इनके साथ सहयोग और साझेदारी के अवसरों के अन्वेषण, इलेक्ट्रिकल पावर ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में बड़े उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान संबंधित संवाद एवं चर्चाएं होंगी। इस राउंडटेबल के माध्यम से सभी संबंधित हितधारकों के लिए मंच बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

कार्यक्रम में तीन सत्र होंगे ~ ट्रांसफॉर्मर, वायर्स और केबल्स, नियंत्रण पैनल और संबंधित निर्माताओं के साथ राउंडटेबल; स्मार्ट मीटर निर्माताओं के साथ राउंडटेबल और सोलर आधारित उद्योग और बैटरी निर्माताओं के साथ राउंडटेबल।

ऊर्जा विभाग के माननीय मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि ऐसे आयोजन से निश्चित बिहार में ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा। साथ ही अक्षय ऊर्जा एवं बिजली डिस्ट्रीब्यूशन व ट्रांसमिशन के क्षेत्र में नई तकनीकों के साथ कार्यरत कंपनियों को संवाद का एक मंच मिलेगा।

ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने कहा कि राउंडटेबल के दौरान राज्य की डिस्कॉम कंपनियों द्वारा उद्योगों के लिए प्रमुख पहलों एवं सुधार के विषय में भी जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं माननीय ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के कुशल नेतृत्व में राज्य में औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए समर्पित फीडर बनाए गए, सुविधा एप्लिकेशन के माध्यम से बिजली संबंधित ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई, औद्योगिक उपभोक्ताओं को प्राथमिकता के आधार पर नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, डिस्कॉम कंपनियों ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए बिलिंग और राजस्व संग्रहण प्रणाली को सुधारने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं। इनके परिणामस्वरूप एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल (एटी एंड सी) हानि में कमी आई है। एटी एंड सी लॉस वित्तीय वर्ष 2015-16 में 43.5% से घट कर 2012-22 में 24.9% हो गया है।

इस राउंडटेबल के माध्यम से हम सभी निवेशकों से ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार में बढ़ रहे संभावनाओं से अवगत कराने के अलावा उनकी अपेक्षाओं के विषय में भी जानेंगे।