ओमिक्रोन को देखते हुए पूर्व मध्य रेल ने उठाए कई कदम
पटना। कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा कई कदम उठाये जा रहे हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में अनुभवी चिकित्सक, नर्स एवं पारामेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे। कोविड-19 के मरीजों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में मेडिकल स्टाफ को नये वैरिएंट के अद्यतन जानकारी से अपडेट कराते हुए विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। कोविड 19 से बचाव के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा अपने कर्मचारियों को कोविड के टीके लगवाने हेतु कई कदम उठाये गये जिसका परिणाम है कि पूर्व मध्य रेल के लगभग 80 हजार रेलकर्मियों में से 72 हजार से भी ज्यादा रेलकर्मियों अर्थात लगभग 90 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाया जा चुका है तथा शेष 10 प्रतिशत कर्मचारी जिन्हें टीका का दूसरा डोज नहीं लगा है उसका कारण यह है कि उनके टीका लगाने के प्रथम डोज के उपरांत जो समय अंतराल होता है उसकी अवधि अभी पूरी नहीं हो पायी है। टीके के अलावा पूर्व मध्य रेल द्वारा अपने कर्मचारियों को कोविड 19 से बचाव एवं आपात स्थित में चिकित्सा हेतु कई कदम उठाये गये हैं । इनमें कोविड 19 के मरीजों के इलाज के लिए 6 हॉस्पीटलों को नामित किया गया है जहां उनका उचित देखभाल एवं इलाज किया जाता है। पूर्व मध्य रेल के दानापुर, सोनपुर एवं पंण् दीनदयाल उपाध्याय मंडल रेल हॉस्पीटलों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट कार्य करना प्रारंभ कर चुका है जबकि केन्द्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल पटना एवं मंडल रेल हॉस्पीटल धनबाद तथा समस्तीपुर में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट के मशीन की स्थापना की जा रही है और यहां भी जल्द ही ये कार्य करना प्रारंभ कर देगी।