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पूर्व मध्य रेल ने 146 प्रशिक्षणार्थियों को दिया प्रमाण पत्र

पटना।  पूर्व मध्य रेल द्वारा द्वारा रेल कौशल विकास योजना के अन्तर्गत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने के प्रयास के तहत प्रशिक्षण देने के बाद अब तक प्रथम एवं द्वितीय बैच में कुल 146 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। 7 दिसंबर को द्वितीय बैच में 70 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। 7 दिसंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय ने विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 15 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसी क्रम में सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत में मुख्य कारखाना प्रबंधक दिलीप कुमार ने प्रशिक्षण अवधि की समाप्ति के उपरांत मशीनिस्ट तथा वेल्डर कैटोगरी के क्रमश: 20 एवं 18 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया। साथ ही समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र समस्तीपुर तथा यॉंत्रिक कारखाना समस्तीपुर में फीटर ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कुल 17 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफ ी संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने ज्ञानवद्र्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया है। युवाओं में कौशल विकास के लिए भारतीय रेल में रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ 17 सितंबर को रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री द्वारा किया गया था। रेल कौशल विकास योजना आजादी के अमृत महोत्सव के 75वें साल के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् भारतीय रेल द्वारा अपनाए गए कौशल भारत मिशन का एक अभिन्न अंग है । इस पहल का मूल उद्देश्य युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना है । यह कौशल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और उसे उन्नत करेगा । रेल कौशल विकास योजना के अन्तर्गत भारतीय रेल के 17 जोन एवं 07 उत्पादन इकाइयों के 75 प्रशिक्षण केंद्रों में 18 कार्य दिवस में 100 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इन 75 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से वर्ष 2024 तक 50 हजार युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है । 18 से 35 आयुवर्ग के युवा जो 10वीं कक्षा पास कर चुके हैं योग्यता के आधार पर नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं । यह योजना युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को उन्नत करेगा। भारतीय रेल के 75 प्रशिक्षण केंद्रों में से पूर्व मध्य रेल के 03 प्रशिक्षण केंद्रों पर युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है । रेल कौशल विकास योजना कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षुओं का चयन खुले विज्ञापन और पारदर्शी शॉर्ट लिस्टिंग तंत्र के माध्यम से किया जाता है। प्रशिक्षुओं को 100 घंटे का व्यावहारिक और सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है और सफ ल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।