सम्पादकीय

जन्म मरण के चक्र-सी है हार जीत लग रही। लड़े-भिड़े शौर्य से, आज नही तो कल सही

डॉ सत्यवान सौरभ

कप जितने से बड़ी बात दिल जीतना होता है। क्रिकेट खत्म नही हो गया। 46 दिन में 45 दिन आप जीते हो। हमारी भारतीय टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के अंदर 10 मैच जीते और आज फाइनल हारने पर 140 करोड़ हिंदुस्तानियों का दिल टूटा है। ऐसे हम दो कप जीत चुके। 2027 में फिर मेहनत करेंगे

डाॅ.सत्यवान सौरभ

और हम जीतेंगे। हार जीत तो लगी रहती है। लेकिन पूरे वर्ल्ड कप में इण्डियन टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है। फाइनल में हम नहीं जीत पाये कोई बात नहीं। फिर आगे जीतेंगे। मोहब्बत तुम्हारे लिए नीली टी-शर्ट वाले लड़को। ये दिल हर बार ब्लू-ब्वायज़ के लिए ही धड़केगा। निरंतर बेहतरीन खेल दिखाने वाली हमारी भारत टीम को ढेरों बधाइयाँ। आपने लगातार शानदार खेल खेलकर उत्साह और उमंग के साथ भारत को आगे बढ़ाया। हम अपने खिलाड़ियों को रोते हुए नहीं देख सकते। रोकें ये आंसू। खेल में एक टीम जीतती है, दूसरी हारती है। आज भारतीय टीम का दिन नहीं था। कल हमारा दिन फिर से लौटेगा। आज हारे तो क्या हुआ? हारा तो पिछली बार ऑस्ट्रेलिया भी था। फिर आने वाले वर्ल्ड कप में हम अच्छी तैयारी करेंगे। सिर्फ एक हार से अब ठान लो, आगे अब हर बार इसका इंतकाम लेंगे। यह शिकस्त बहुत कुछ सीखा गई। धीरज रखो, हमारी टीम बहुत बहादुर है। आप प्रण करो अब हम किसी से किसी भी कीमत पर निपट लेंगे। कल फिर जीतेंगे।_

 

सफलता सार्वजनिक उत्सव है, जबकि असफलता व्यक्तिगत शोक। यह बात थॉमस जेफरसन ने लिखी थी। इसलिए कैप्टन आंसू नहीं, यह जज़्बात है, निकल जाने दीजिए, बह जाने दीजिए, उस कश्मकश को, कई वर्षों तक आपको और मुझे टीसती रहेगी, सुना है साथ में रोना, दिल को हल्के करने जैसा होता है, लेकिन याद रखना, पूरा देश आपके साथ है, करोड़ों हाथो की दुआएं, आपके साथ रहेंगी, लेकिन यह सच है, पराजय में जय छुपी हुई है, जितना खेले शानदार खेले, फाइनल का दिन, सबके लिए बुरा था। बहुत बुरा लेकिन याद रखना कल फिर सुबह होगी। एक नई सुबह, नई रोशनियां। हम सबका फिर से इंतजार करेंगी। कुछ देर बाद फिर उम्मीदें लगाई जाएंगी, फिर तालिया बजेंगी, शोर होगा, यह तो धर्म है। यही खेल है। क्रिकेट भी वही, जिसका दिन अच्छा, उसकी जीत। जिसका दिन बुरा उसकी पराजय। फिर एक दिन आएगा, जब हम जीतेंगे।

 

कप जितने से बड़ी बात दिल जीतना होता है। क्रिकेट खत्म नही हो गया। 46 दिन में 45 दिन आप जीते हो। हमारी भारतीय टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के अंदर 10 मैच जीते और आज फाइनल हारने पर 140 करोड़ हिंदुस्तानियों का दिल टूटा है। ऐसे हम दो कप जीत चुके। 2027 में फिर मेहनत करेंगे और हम जीतेंगे। मैच से पूर्व हमारे कप्तान साहब ने कांफ्रेंस में कहा था की एक गलती हमें भारी पड़ सकती है और फाइनल में गलती करी शुभमन गिल ने और दूसरी गलती श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव ने। आज हारे तो क्या हुआ? हारा तो पिछली बार ऑस्ट्रेलिया भी था। फिर भी आने वाले वर्ल्ड कप में अच्छी हम तैयारी करेंगे। सिर्फ एक हार से अब ठान लो। आगे अब हर बार इसका इंतकाम लेंगे। टीम में दो तीन ऑलराउंडर रखो। अपनी मनोस्थिति पर और दबाव पर काबू रखना सीखो। भौकाल से बचो। इस दर्द ने 20 साल पुराना जख्म कुरेद तो दिया लेकिन यह शिकस्त बहुत कुछ सीखा गई। धीरज रखो, हमारी टीम बहुत बहादुर है। आप प्रण करो अब हम किसी से किसी भी कीमत पर निपट लेंगे। कल फिर जीतेंगे।

 

हार जीत तो लगी रहती है। लेकिन पूरे वर्ल्ड कप में इण्डियन टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है। फाइनल में हम नहीं जीत पाये कोई बात नहीं। फिर आगे जीतेंगे।। मोहब्बत तुम्हारे लिए नीली टी-शर्ट वाले लड़को। ये दिल हर बार ब्लू-ब्वायज़ के लिए ही धड़केगा। सेमीफाइनल तक भारत का हुआ बहुत नाम लेकिन क्या ये सही हैं कि हार गये है फाइनल, चलो करते हैं बदनाम। सुख के ही साथी बनना सही नहीं हैं। कभी कोई टीम को कोस रहा है, कभी कोई स्टेडियम मे पहुंचे मेहमानो को। सच्चे भारतीय हो तो कोसना बंद करो और अपने देश और टीम के साथ खडे रहो। फाइनल हार गये। इस बात का दुख पूरे देश को है। लेकिन उससे भी कहीं ज्यादा दुख हुआ हमें अपने खिलाडियों को रोते हुवे देख कर। हार जीत तो मुकद्दर की बात है। होती रहती है। कोई हारता है तो कोई जीतता है। इसमें आप अपना दिल छोटा मत करिये। निराश मत होइए। देश हर हाल में आपके साथ है। देश जीत में भी साथ था, हार में भी साथ है। आप देश की आन-बान-शान हो। देश को आप पर गर्व है। सभी प्लेयर बहुत अच्छा खेले। पिछले सारे मैच में बहुत शानदार सफर तय किया है। आपका ये उम्दा प्रदर्शन क्रिकेट जगत के सुनहरे पन्नों में हमेशा दर्ज रहेगा। आप मैच हारे हैँ, हिम्मत मत हारना। हम वक़्त का इंतज़ार करेंगे। अगली बार वर्ल्ड कप ज़रूर जीतेंगे। सच मे-

 

क्या हार में, क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं।

संघर्ष पथ पर जो मिले यह भी सही वह भी सही।।

कभी ‘मंज़िल’ रह जाती है दूर बस एक क़दम।

पर शिखर तक पहुँचना भी कहाँ होता है कम।।

 

सबसे बड़ी जीत खेल भावना की होती है। निरंतर बेहतरीन खेल दिखाने वाली हमारी भारत की टीम को ढेरों बधाइयाँ। आपने लगातार भारत को शानदार खेल खेलकर उत्साह और उमंग के साथ आगे बढ़ाया। हम अपने खिलाड़ियों को रोते हुए नहीं देख सकते। रोकें ये आंसू। खेल में एक टीम जीतती है, दूसरी हारती है। आज भारतीय टीम का दिन नहीं था। कल हमारा दिन फिर से लौटेगा। क्या हुआ जो एक मैच हार गए। अभी सब कुछ नहीं हारे हैं, विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम का अभूतपूर्व प्रदर्शन, इच्छा शक्ति, खेल का जुनून और जज़्बा आगे कायम रहना चाहिए। शर्मा जी के नेतृत्व में अगली बार दुनिया जीतेंगे। हार-जीत खेल का हिस्सा है। मायने ये रखता है कि आपने अपने हिस्से का खेल पूरे दिल से खेला या नहीं। अब जब टीम हार गई है तो लोग ट्रोल करने लगे हैं और आगे भी करेंगे लेकिन मुझे पता है खिलाड़ियों पर क्या गुज़र रही होगी। खोट निकालेंगे खेल में लेकिन मेरा दिल पसीज रहा है, ये सब देखकर। दुआ है सभी प्यारे नीली टी-शर्ट वालों के लिए, आपके इस वर्ल्ड-कप के सफ़र को दुनिया याद रखेगी। आज नहीं, हम कल जीतेंगे, विश्व विजेता बनेंगे, हम इण्डियन टीम के साथ हैं। जिस टीम का सब कुछ अच्छा हो और हार जाये ऐसा केवल खेल मे होता है। टीम इंडिया फाइनल हांरी है टीम मजबूत नहीं रहती तो फाइनल मे नहीं पहुँचती। दिल दुखी है लेकिन हौसला मजबूत है। इस समय पूरे देश को इन खिलाडियों का साथ देना चाहिए। तभी मन को सहारा मिलेगा। क्रिकेट विश्व कप-2023 में अपने शानदार प्रदर्शन से आप सभी ने करोड़ों खेल प्रेमियों का दिल जीता है। आज हारे कल फिर जीतेंगे। भारतीय क्रिकेट टीम पर पूरे देश को गर्व है।

डॉo सत्यवान सौरभ,
कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट।

 

नोट- प्रकाशित आलेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं।