नवबिहार टाइम्स के 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर डा. नम्रता आनंद को मिला सम्मान
पटना, 23 जून राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत समाज सेविका डा. नम्रता आनंद को शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगादान देने के लिये हिंदी दैनिक नवबिहार टाइम्स के 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया।
बिहार के औरंगाबाद शहर के टाउन हॉल में नवबिहार टाइम्स का 33 वां स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाली हस्तियों को सम्मानित किया गया। शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिये डा. नम्रता आनंद को सम्मानित किया गया। डा. नम्रता आनंद को यह सम्मान औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने दिया। डा. नम्रता आनंद ने सम्मान दिये जाने पर खुशी जाहिर की और इसके लिये नवबिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान मेरे लिये लिये गौरव की बात है।
डा. नम्रता आनंद ने कमल किशेर को नवबिहार टाइम्स की स्थापना के 33 साल पूरे होने पर बधाई एवं शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि मीडिया को ‘‘चौथे स्तंभ’’ के रूप में जाना जाता है। आम जनता को जागरूक करने में मीडिया ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया यदि सकारात्मक भूमिका अदा करें तो किसी भी व्यक्ति, संस्था, समूह और देश को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक रूप से समृद्ध बनाया जा सकता है। नवबिहार टाइम्स ने पत्रकारिता के उंचे मापदंडो को कायम रखा है और कमल किशोर जी इसके लिये बधाई के पात्र हैं।
गौरतलब है कि डा. नम्रता आनंद सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका और जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष हैं। डा. नम्रता आनंद शिक्षा- महिला सक्तीकरण और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्हें बिहार में पर्यावरण लेडी के नाम से भी जाना जाता है। डा. नम्रता आनंद को 2004 में राष्ट्रीय विकास और सामाजिक सेवा में किये गये उत्कृष्ठ कार्य के लिये राष्ट्रीय यूथ अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
वर्ष 2008 में डा. नम्रता आनंद ने दीदीजी फाउंडेशन की नीवं रखी, जिसके बैनर तले उन्होंने जल जीवन हरियाली, बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओ, पर्यावरण, स्वच्छता, तंबाकू विरोधी अभियान, साक्षरता, रक्तदान, पल्स पोलिया प्रतिरक्षण, कोरोना जागरूकता, महिला सशक्तीकरण, विकलांगों के पुर्नवास समेत कई सामाजिक कार्य किये जिसके लिये उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली। वर्ष 2019 में डा. नम्रता आनंद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का राजकीय सम्मान भी दिया। इनसब के साथ डा. नम्रता आनंद सामाजिक संगठन रोटरी क्लब में भी सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं।
वर्ष 2021 में डा. नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है। पर्यावरण लेडी आफ बिहार के रूप में चर्चित हो रही डा. नम्रता आनंद बक्सवाहा के जंगल को बचाने की मुहिम में भी जुड़ी हुई है।