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जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद को किया गया सम्मानित

पटना, 09 फरवरी ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने जीकेसी स्थापना दिवस पर आयोजित सात दिवसीय कार्यक्रम के संचालन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद को सम्मानित किया।

जीकेसी मीडिया-कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार ने बताया कि जीकेसी की स्थापना के एक साल पूरे होने के अवसर पर एक फरवरी से सात फरवरी तक सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत गो ग्रीन प्रोजेक्ट के तहत पौधारोपण, कंबल वितरण, पुराना कपड़ा वितरण, गरीब बच्चों के बीच कॉपी-किताब का वितरण, चिकित्सकों को कोरोना किट (दवाई, पीपीई किट), मास्क, सैनिटाइजर का वितरण किया गया।सात दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन की रूपरेखा तैयार करने, कार्यक्रम का संयोजन और उसके संचालन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद को जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने मोमेंटो और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद से मिला यह सम्मान जीकेसी बिहार की टीम को समर्पित किया। उन्होंने कहा, जीकेसी अपने सात मूलभूत सिद्धांत सेवा, सहयोग, संप्रेषण,सरलता, समन्वय, सकारात्मकता और संवेदशनीलता के तहत काम कर रही है। उन्होंने जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद और प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन के प्रखर नेतृ़त्व के प्रति आस्था व्यक्त करते हुये कहा, जीकेसी एक ऐसा मंच है जिसके तहत हम मानवता की सेवा कर सकते हैं।एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। कायस्थ समाज का उत्थान कर सकते हैं और उनकी हिम्मत बन सकते हैं।

डा: नम्रता आनंद ने कहा, जीकेसी के स्थापना दिवस पर आयोजित सात दिवसीय कार्यक्रम में जीकेसी बिहार की पूरी टीम ने नि:स्वार्थ भाव से काम किया, इसके लिये सभी बधाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा, जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाया जाना बेहद जरूरी है। जीकेसी की कोशिश रहती है कि लोगों के बीच अधिक से अधिक मदद पहुंचायी जा सके। जरूरतमंद लोगों की सेवा मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। जीकेसी जरूरतमंद लोगों की सेवा करने के लिये तत्पर है। जीकेसी के सभी सदस्य हर पल गरीब जरूरतमंद की मदद के लिए नि:स्वार्थ भाव से खड़े रहते हैं। सभी जिला के जिलाध्यक्षों को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने अपने-अपने स्तर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया।