तीन माह से अधिक लंबित अधिहरण वादों को प्राथमिकता से करें निष्पादन-डीएम
पटना। समाहत्र्ता सह जिला दण्डाधिकारी पटना डॉ0 चन्द्रशेखर सिंह ने मद्यनिषेध, उत्पाद मामलों एवं नीरा उत्पादन की समीक्षा की।
उन्होंने जिला के विभिन्न न्यायालयों में उत्पाद अधिहरण वादों से संबंधित अद्यतन स्थिति का जायजा लिया। साथ ही शराबबंदी अभियान के तहत नीलाम किये गये वाहनों, राज्यसात से संबंधित प्रतिवेदन, अभियोग व जप्त शराब की विवरणी तथा विनष्टीकरण से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन की समीक्षा की। समीक्षा में यह पाया गया कि जिला के विभिन्न न्यायालयों में 3816 प्रस्तावित उत्पाद अधिहरण वादों के विरूद्ध 3193 वादों को निष्पादित किया गया है जो प्रस्तावित अधिहरण वादों का 84 प्रतिशत है। लंबित अधिहरण वादों में से 45 अधिहरण वाद 90 दिन से अधिक समय से लंबित हैं जिसे डीएम डॉ0 सिंह ने प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ0 सिंह ने शेष अधिहरण वादों को भी समय सीमा के अंदर निष्पादित करने का आदेश दिया। नीलाम किये गये वाहनों की संख्या 1283 है जिससे कुल 6.60 करोड़ रुपए से अधिक प्राप्त हुए हैं। डीएम डॉ सिंह ने जिला परिवहन पदाधिकारी को स्वामित्व परिवर्तन के मामलों को सक्रियता से निष्पादित करने का निर्देश दिया। 1 अप्रैल 2016 से 21 जून 2022 तक पटना जिले में 163022 छापामारी की गई। दर्ज अभियोगों की संख्या 57707 है। 77800 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डीएम डॉ0 सिंह ने नीरा उत्पादन एवं बिक्री की समीक्षा की। जीविका के जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि पूरे जिले में 90 नीरा बिक्री केन्द्रों को खोला गया है। 22 नीरा संग्रह केन्द्र है। प्रतिदिन औसत 4800 लीटर नीरा का उत्पादन हो रहा है। सीजन के दौरान कुल नीरा उत्पादन का लक्ष्य 210500 लीटर था। इसके विरुद्ध वर्तमान समय तक 286700 लीटर नीरा का उत्पादन किया गया है।