दिव्यांग अनुभव राज एक दिन के लिए सँभाला निःशक्तता आयुक्त की कुर्सी
पटना: राज्य निःशक्तता आयुक्त, डॉ शिवाजी कुमार ने मुज़फ़्फ़रपुर के दिव्यांग अनुभव राज(सेरेब्रल पाल्सी) को एक दिन का राज्य निःशक्तता आयुक्त बनाकर उसकी इच्छा पूरी की. कुर्सी पर बैठे अनुभव राज को बुके देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनुभव ने अपनी कविता ‘सपने’ भी सुनाई। आज एक दिन के निःशक्तता आयुक्त के रूप में अनुभव ने राज्य की बसों में निःशक्त जनों को सुविधा उपलब्ध कराने तथा स्कूलों एवं बस अड्डों पर रैंप लगाने का आदेश पारित किया। बसों में दिव्यांग के लिए स्थान आरक्षित करने का भी निदेश दिया गया.
राज्य निःशक्तता आयुक्त डॉ शिवाजी कुमार ने कहा कि आज कार्यालय गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने आश्वाशन दिया कि आज के सभी आदेशों का एक महीने के अंदर अनुपालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के लिए बहुत कार्यक्रमों का सफल कार्यावयन किया गया। राज्य सरकार दिव्यांगों को उनके घर पर ही समस्याओं का निवारण करने को कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि बिहार के सभी दिव्यांग जनों को कमिशनर मानते हुए ही वे इस पद पर उनकी सेवा के लिए कार्य कर रहे हैं.
आज इस संबंध में राज्य निःशक्तता आयुक्त के न्यायालय में एक परिवाद भी दायर किया गया । इस अवसर पर सिविल सोसाइटी फोरम की सचिव मधु श्रीवास्तव, अधिवक्ता, अनुभव के माता पिता डॉ आरती कुमारी एवं माधवेन्द्र प्रसाद, नई दिशा परिवार के सचिव राजेश राज, नवशक्ति निकेतन के सचिव कमलनयन श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।