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संभावित बाढ़ से निपटने हेतु जिला प्रशासन सजग

पटना। संभावित बाढ़ से निपटने हेतु जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी व्यवस्था कर ली गई है।

जिलाधिकारी पटना डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि आपदा की स्थिति में सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। संभावित बाढ़ की पूर्व तैयारी के लिए कई तैयारियां की गयी है। जिसमें वर्षा मापक यंत्र दैनिक वर्षापात प्रतिवेदन तैयार किया जाएगा। जिले में कुल 26 वर्षामापक यंत्र कार्यशील है। वर्षापात आंकड़ों का त्वरित प्रेषण किया जाता है।

संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान वर्ष 2021 में पटना जिलान्तर्गत 14 प्रखण्डों के 96 पंचायतों में 3 लाख 54 हजार लोग प्रभावित हुए थे। संभावित बाढ़ 2022 के पूर्व तैयारी के तहत आपदा पीडि़त परिवारों को आनुग्रहिक राहत जीआर का भुगतान करने हेतु सभी अंचलों द्वारा विभागीय निदेशानुसार आधार सत्यापन के पश्चात 1 लाख 74 हजार119 परिवारों की सूची आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अपलोड कर ली गई है। नाव की वर्तमान स्थिति, निबंधित नावों से एकरारनामा तथा नाव का निर्धारित दर के अलावा  256 पंजीकृत निजी नावों के परिचालन हेतु एकरारनामा करा लिया गया है। 209 शरण स्थलों को चिन्हित किया गया है। बाढ़ के दौरान राहत के लिए आपदा प्रबंधन हेतु 11 बाढ़ राहत कोषांगों का गठन किया गया है। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित है जिसका दूरभाष संख्या  0612-2210118 है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशानुसार 164 गोताखोरों को प्रशिक्षित किया गया है। राहत एवं बचाव दल के लिए 188 दल गठित है। पंचायत स्तरीय , प्रखण्ड स्तरीय नोडल पदाधिकारी, जोनल पदाधिकारी तथा सुपर जोनल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला स्तरीय टास्क फ ोर्स का भी गठन कर लिया गया है।  जिला कृषि पदाधिकारी पटना द्वारा आकस्मिक फ सल योजना 2022-23 तैयार की गयी है।  डीएम डॉ सिंह ने कहा कि संभावित आसन्न आपदाओं का पूर्वानुमान, ससमय एवं शीघ्र चेतावनी और आम जनता के बीच उनका प्रभावी प्रचार प्रसार सफ ल आपदा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं। प्रबंधन के विभिन्न चरणों यथा आपदा का निवारण, कमी एवं आपदा के प्रति प्रत्युत्तर के लिए सम्पूर्ण तंत्र सक्रिय है।