सीएससी अकादमी और पेयू इंडिया डिजिटल और वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए शुरू किया का संयुक्त अभियान
नई दिल्ली, 8 अगस्त 2023, समाज के कमज़ोर और वंचितों खासकर एससी – एसटी, बीपीएल एवं महिलाओं में डिजिटल और वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए देश की बड़ी ऑनलाइन भुगतान प्रदाता कंपनी PayU इंडिया और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय की एसपीवी सीएससी अकादमी ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया है। इसके तहत दिल्ली / गुरुग्राम, मुंबई और बेंगलुरु और उसके आसपास के तीन ज़िलों में मोबाइल वैन के माध्यम से 15 से 60 वर्ष तक के लोगों को वित्तीय एवं डिजिटल साक्षरता के साथ साथ अन्य नागरिक सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। एक जुलाई को शुरू हुई यह योजना 30 जून, 2024 तक चलेगी।
इसका मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान से जोड़कर उनके जीवन स्तर को और बेहतर बनाना है। ये अभियान देश में न केवल सुरक्षित डिजिटल वित्तीय लेन – देन को बढ़ावा देगी बल्कि आमलोगों को बचत और निवेश के लिए भी प्रोत्साहित करेगी। दरअसल इस अभियान को, डिजिटल और वित्तीय साक्षरता की कमी के कारण आम लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि डिजिटल इंडिया पहल के तहत सरकार ने आमलोगों के सशक्तिकरण का जो सपना देखा है उसे पूरा करने का मुख्य जरिया डिजिटल और वित्तीय साक्षरता ही है। ‘डिजिटल साक्षरता’ ग्रामीण आबादी के दैनिक जीवन में विशेष रूप से स्वास्थ्य देखभाल, आजीविका सृजन और शिक्षा के क्षेत्रों में आईसीटी के लाभ लाएगी। इसकेअलावा, चूंकि सरकार का जोर मोबाइल फोन के माध्यम से कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने पर है, इसलिए पाठ्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली के लिए डिजिटल वित्तीय उपकरणों के उपयोग पर भी जोर दिया जाएगा। इन वैन के माध्यम से लोगों को अन्य नागरिक केंद्रित सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी।
ये अभियान सीएससी के ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) के मदद से चलाई जाएगी।एक साल में हर एक वैन के माध्यम से लगभग 50,000 लोगों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
चूँकि समाज के कमज़ोर और वंचित और बहुत सारे ग्रामीण टीवी, रेडियो या सोशल मीडिया जैसे जनसंचार माध्यमों से दूर ही रहते हैं। इसलिए उन्हें जागरूक करने के लिए उनके साथ इनोवेटिव तरीके से और प्रभावशाली संवाद करने की ज़रूरत है। ये मोबाइल वैंस दूरदराज़ के ग्रामीण इलाकों में पहुंचने और वहां के लोगों केसाथ प्रभावशाली संवाद सत्र आयोजित करने में बड़ी मदद करेंगे।
इस साझेदारी के बारे में विस्तार से बताते हुए, सीएससी एसपीवी के प्रबंध निदेशक श्री संजय राकेश ने कहा, “वित्तीय और डिजिटल सशक्तिकरण ग्रामीण भारत को तेजी से बदल रहाहै। PayU के साथ ये साझेदारी वैन के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच को सक्षम बनाएगी। इससे उस क्षेत्र में समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।”
PayU इंडिया के सीईओ श्री अनिर्बान मुखर्जी ने कहा, ” हम देश को डिजिटल सशक्त समाज बनाने और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के सरकार की सोच पर पूरा भरोसा करते हैं और इसका समर्थन भी करते हैं। वित्तीय सेवाओं के अंतिम छोर तक वितरण की ये परियोजना हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।”
विविध पृष्ठभूमि और शैक्षिक आवश्यकताओं के शिक्षार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने के लिए वर्ष 2017 में सीएससी अकादमी की स्थापना की गई थी। सीएससी अकादमी सोसायटी पंजीकरणअधिनियम 1860 (1860 का अधिनियम 21) के तहत एक गैर-लाभकारी संस्था है जो दिल्ली मेंअपने पंजीकृत कार्यालय केसाथ दिल्ली संघ पर लागू होती है। सीएससीअकादमी को आयकर विभाग से धारा 12 ए ए और 80 जी के तहत प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है।
PayU इंडिया
देश के ऑनलाइन भुगतान समाधान प्रदाताओं में अग्रणी PayU इंडिया, भारतीय रिजर्व बैंक के तहत विनियमित है और इसके पास भारतीय बाजार की डिजिटल भुगतान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उन्नत समाधानहै। PayU इंडिया का उद्देश्य प्रौद्योगिकी के माध्यम से ग्राहकों (व्यापारियों, बैंकों और उपभोक्ताओं) की सभी (प्रयुक्त और अप्रयुक्त) वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सर्वांग डिजिटल वित्तीय सेवामंच बनाना है।
PayU अपनी अत्याधुनिक और पुरस्कृत तकनीक के माध्यम सेऑनलाइन व्यवसायों के लिए भुगतान गेटवे समाधान प्रदान करताहै। PayU देश केअग्रणी भुगतान गेटवे में से एक है और इसने प्रमुख उद्यमियों, ई-कॉमर्स दिग्गजों और SMBs समेत 5 लाख से अधिक व्यवसायों को सशक्त बनाया है।यह व्यवसायों को क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेटबैंकिंग, ईएमआई, बीएनपीएल, क्यूआर, यूपीआई, वॉलेट जैसे 150 सेअधिक ऑनलाइन भुगतान विधियों से डिजिटल भुगतान एकत्र करने में सक्षम बनाता है। ये किफायती पारिस्थितिकी तंत्र में एक पसंदीदा भागीदार है, जो जारीकर्ताओं को अधिकतम कवरेज की पेशकश करताहै। और इससे कार्ड-आधारित ईएमआई, भुगतान बाद के विकल्प और नए युग के कार्डरहित ईएमआई के एकीकरण को लागू करना आसान है।