ख़बरबिहारराज्य

दीदीजी फाउंडेशन ने दिव्यांग काजल को दी व्हील चेयर

पटना, दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका समाजसेवी डा. नम्रता आनंद ने बुद्धाकॉलोनी की रहने वाली दिव्यांग छात्रा काजल कुमारी को व्हील चेयर देकर मानवता की मिसाल पेश की।

दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने बताया कि समाजसेवी शिक्षिका गार्गी पाठशाला की नम्रता कुमारी ने उन्हें 15 वर्षीय दिव्यांग छात्रा काजल कुमारी के बारे में बताया था। इस बारे में पता चलने पर डा.नम्रता आनंद ने काजल कुमार के परिजनों से मुलाकात की और उसे अपनी दोनों बेटी निरंतरा हर्षा और नियति सौम्या, के हाथों व्हील चेयर , खाद्य सामग्री और पाठ्य सामग्री के लिये आर्थिक सहायता दी , जिससे उनमें समाज सेवा की भावना पनप सकें। व्हील चेयर पाकर काजल और उसके परिजनों में खुशी का माहौल था। परिजनों ने डा. नम्रता आनंद को इसके लिये धन्यवाद दिया। वहीं डा. नम्रता आनंद ने काजल के परिजनों को आश्वासन दिया कि जितनी मदद हो सकती है वह काजल की पढ़ाई में मदद करेंगी। काजल ने भी डा. नम्रता आनंद को धन्यवाद दिया
और कहा कि व्हीलचेयर पाकर उसका हौसला बढ़ा है और वह पढ़ाई कर आगे बढ़ने की कोशिश करेगी।

डा. नम्रता आनंद ने बताया कि आज जरुरी है दिव्यांगों के प्रति दया और सहानुभूति की बजाय सहज मानवीय दृष्टि और रचनात्मक व्यवहार विकसित करने की। दिव्यांगों को यदि समुचित प्रोत्साहन और मार्गदर्शन मिला तो वे खुद अपनी मंजिल तय कर लेंगे। समाज में कई ऐसे उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी दिव्यांगता को मात दे कर कामयाबी का मंजिल हासिल किया। दिव्यांगजनों की सेवा करना पूरे समाज की जिम्मेवारी है। ये सभी लोग हमारे समाज के अंग हैं। इन्हें विशेष रुप से शिक्षित करने की आवश्यकता है। दिव्यांगों की सेवा करना सच्ची सेवा है। डा. नम्रता आनंद ने इस नेक पहल में शामिल होने के लिये नम्रता कुमारी का शुक्रिया अदा किया है।उन्होंने बताया कि उनकी संस्था की कोशिश रहती है कि लोगों के बीच अधिक से अधिक मदद पहुंचायी जा सके।दिव्यांगों की सेवा के साथ ही यदि उसकी वास्तविक मदद करना चाहते हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ाये जिससे उनमें जिन्दगी जीने का हौसला बढ़ सके।

वहीं शिक्षिका नम्रता कुमारी ने डा. नम्रता आनंद के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि दीदीजी फाउंडेशन सामजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है,जो लोग सक्षम है, समर्थ है, उन्हें हमेशा जरूरमंदों की सेवा करनी चाहिए। दिव्यांगजनों को कभी भी हीन भावना का एहसास नहीं दिलाना चाहिए, लोगों को चाहिए हमेशा उनका आत्मविश्वास बढ़ाए।

इस अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन के संरक्षक प्रेम कुमार, डा. नम्रता आनंद की सुपुत्री निरंतरा हर्षा, नियति सौम्या, राजकुमार , करिश्मा और काजल कुमारी की मां सुशीला देवी और परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे।