अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण
पटना, 08 मार्च सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च के अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला की छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया।
राजधानी पटना के कुरथौल स्थित फुलझड़ी गार्डन स्थित दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्कारशाला की 51 छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया।
महिलाओं के खिलाफ भेद-भाव को खत्म करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को सेलिब्रेट किया जाता है: डा. नम्रता आनंद
इस अवसर पर मौजूद दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका और राष्ट्रीय-राजकीय सम्मान से अंलकृत डा. नम्रता आनंद ने कहा कि 08 मार्च का दिन महिलाओं को समर्पित किया जाता है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में महिलाओं के खिलाफ भेद-भाव को खत्म करने के लिए इस दिन को खास सेलिब्रेट किया जाता है। साथ ही इस दिन को इसलिए भी सेलिब्रेट किया जाता है, जिससे महिलाओं के विकास पर ध्यान दिया जाए, साथ ही उनकी उपलब्धियों पर भी गौर किया जा सकें।
महिला सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा : डा. नम्रता आनंद
डा. नम्रता आनंद ने कहा, अंतराष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च के दिन हम देश-दुनिया की ऐसी महिलाओं को याद करते हैं, जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है, अपनी अमिट छाप छोड़ी है। इस दिन उन महिलाओं को याद किया जाता है, जिन्होंने उलब्धियां, जज्बे के साथ आगे बढ़ने से लेकर कई ऊच्चाईंयां हासिल की है। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि सभी महिलाएं सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें और अच्छे से रहें। उन्होंने कहा कि यदि राज्य में कहीं भी महिलाएं प्रताड़ित हो रही हो, तो उनके पास आए हैं। उनकी संस्था उनकी समस्या का समाधान करने की दिशा में पहल करेंगी।
महिलायें अब हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं, उनके हौसलों को पंख देने की जरूरत : डा. नम्रता आनंद
उन्होंने कहा, महिलाएं आज पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में उनसे कदम से कदम मिलाकर काम कर रही हैं। उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। बस उनके हौसलों को पंख देने की जरूरत है। महिलायें अब हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं। आज के समय में महिलाएं किसी भी पैमाने पर पुरुषों से कम नहीं हैं। नारी सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है। यह जरूरी है कि हम स्वयं को और अपनी शक्तियों को समझें। जब कई कार्य एक समय पर करने की बात आती है तो महिलाओं को कोई नहीं पछाड़ सकता। यह उनकी शक्ति है और हमें इस पर गर्व होना चाहिए।
इस अवसर पर दीदी जी फाउंडेशन के संरक्षक प्रेम कुमार समाजसेवी चुन्नू सिंह, समाजसेवी संरक्षक मिथिलेश सिंह, राजकुमार उर्फ गोलू पवन गौरी आर्यन राजा सूरज प्रियंका, अमित बिट्टू अंजली प्रीति खुशी, प्रियंका, अंजना, रांची प्रियदर्शनी प्रतिज्ञा, देवी एवं कई अन्य बच्चे मौजूद थे।