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अधिकारियों ने दी कोरोना अपडेट: पिछले 24 घंटे में 75,346 सैंपल्स की हुयी जांच, 2,824 लोग हुए स्वस्थ

पटना, 10 अगस्त 2020:- वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया के साथ संवाद। सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, सचिव अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण प्रेम सिंह मीणा, अपर सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।

प्रधानमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ की स्थिति को लेकर छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक

सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 एवं बाढ़ की वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा पूरी सजगता और तत्परता से सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। आज प्रधानमंत्री महोदय ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ की स्थिति को लेकर छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सम्मिलित मुख्यमंत्री ने बिहार में बाढ़ की स्थिति, इसको लेकर किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्य तथा अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों से  प्रधानमंत्री जी को अवगत कराया।

पिछले 24 घंटे में 2,824 लोग हुए स्वस्थ, 75,346 सैंपल्स की हुयी जांच 

अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,824 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 54,139 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। बिहार का रिकवरी रेट 65.43 प्रतिशत है। 09 अगस्त को कोविड-19 के 3,021 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 28,151 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में बिहार राज्य में 75,346 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 10,97,252 है। उन्होंने बताया कि टेस्ट की संख्या अब काफी बढ़ा दी गयी है और बिहार देश के सबसे अच्छे राज्यों में शामिल है जहां टेस्ट की संख्या ज्यादा है।

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 02 कांड दर्ज किये गये हैं और 02 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। इस दौरान 729 वाहन जब्त किये गये हैं और 16 लाख 52 हजार रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 37 कांड दर्ज किये गये हैं और 38 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 7,027 वाहन जब्त किए गए हैं और 01 करोड़ 74 लाख 10 हजार रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,436 व्यक्तियों से 02 लाख 21 हजार 800 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 48,888 व्यक्तियों से 24 लाख 44 हजार 400 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नये दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

अब तक 2,463 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को लाभ पहुंचाया गया

सचिव अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि वर्ष 2005-06 में विभाग का कुल बजट 40 करोड़ 48 लाख था, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1,700 करोड़ हो गया है। इस प्रकार इसमें लगभग 40 गुणा या 4,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। विभाग द्वारा मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना वर्ष 2018 से लागू की गयी है जिसके अंतर्गत बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार की तैयारी हेतु 50,000 एवं संघ लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को 01 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत अब तक 2,463 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को लाभ पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग 2019 की परीक्षा की अग्रत्तर तैयारी के लिए 15 अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन राशि दी गयी थी जिनमे से 03 अभ्यर्थियों ( कुमार निशांत विवेक, दरभंगा रैंक-404, अनिल बसाक, किशनगंज रैंक-616 एवं दीपक कुमार, रोहतास रैंक-684) का चयन हुआ है। अभ्यर्थियों द्वारा सरकार के इस योजना की काफी प्रशंसा की गयी है।

गूगल फॉर्म/ई-मेल/ व्हाट्सएप/विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पठन-पाठन हेतु की गई ऑनलाइन व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण किया

प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 13 मार्च 2020 के प्रभाव से सभी आवासीय विद्यालय और छात्रावास बंद है लेकिन डी0डी0 बिहार पर पाठ्य-पुस्तक आधारित शिक्षण कार्यक्रम “मेरा दूरदर्शन, मेरा विद्यालय” के तहत विभिन्न कक्षाओं के लिए ऑनलाइन एजुकेशन की व्यवस्था की गई है। इस कार्यक्रम के तहत कक्षा-6 से कक्षा-12वीं तक के छात्र/छात्राओं को विभिन्न विषयों पर दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन शिक्षा के लिए विकसित “विद्यावाहिनी एप” के माध्यम से कक्षा-1 से 12वीं तक के छात्र/छात्राओं को विभिन्न विषयों के लिए ऑनलाइन पाठ्य पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गई हैं। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध इस एप के माध्यम से छात्र2छात्राएं पाठ्य-पुस्तकों को डाउनलोड कर अध्ययन कर सकते हैं। सभी आवासीय विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं को पाठ्य-पुस्तक, नोट बुक एवं अन्य सामग्री जिला स्तर से उपलब्ध कराई गई है। गूगल फॉर्म/ई-मेल/ व्हाट्सएप/विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पठन-पाठन हेतु की गई ऑनलाइन व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण किया जा रहा है।

सचिव, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण ने बताया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के शैक्षणिक उत्थान के लिए 85 आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है तथा 11 नए आवासीय विद्यालयों के संचालन की स्व.ति दी गई है। विभाग ने विद्यालय के आधारभूत संरचना को विकसित करने का निर्णय लिया है। वर्ष 2018-19 से पूर्व आवासीय विद्यालयों का छात्रबल मात्र 28,640 था। वर्ष 2018-19 में पश्चिम चम्पारण, बेतिया में 5 नये आवासीय विद्यालयों का संचालन प्रारंभ किया गया। आज की तिथि में 34,640 आवासीय क्षमता विकसित हुई है। इसके अलावा 37 आवासीय विद्यालयों को एकमुश्त कैबिनेट से स्वी.ति मिली है जिनके लिए जमीन का प्रबंध हो चुका है। इनके आधारभूत संरचना का कार्य बिहार भवन निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है। यह काम डेढ़ से दो वर्ष में पूरा होगा, इससे आवासन क्षमता में अतिरिक्त 16,240 की बढ़ोत्तरी होगी जिसके फलस्वरूप आवासन क्षमता 50,880 हो जाएगी। विभाग द्वारा पूर्व में 4 से 5 करोड़ रूपये की लागत से आवासीय विद्यालयों को शुरू किया गया था जो आज की तिथि में करीब 51 करोड़ रूपये की लागत से 720 शैय्या वाले आवासीय विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। इनमंे आधुनिक सुविद्यायें उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2014-15 में मात्र 50.40 करोड़ बजट का प्रावधान था जिसे वित्तीय वर्ष 2019-20 में बढ़ाकर 405.26 करोड़ किया गया। इस प्रकार विगत 5 वर्षों में लगभग बजट प्रावधान में 705 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्तमान में जितने आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास बन रहे हैं उनका इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर 5 वर्षीय रखरखाव भी बिहार भवन निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है। विभाग द्वारा विगत 5 वर्षों में निगम को निर्माण कार्य हेतु 1442.03 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध कराई गई है। वर्ष 2018 तक 111 छात्रावास संचालित थे। 6 नये छात्रावासों का निर्माण पूर्ण होने के फलस्वरूप वर्तमान में 117 छात्रावासों की क्षमता 6,600 हो चुकी है। अन्य स्वी.त 17 छात्रावास के निर्माण कार्य मई 2021 में पूर्ण होने के बाद क्षमता 9,100 हो जाएगी। पुराने छात्रावासों को भी अपटूडेट करने का सरकार ने निर्णय लिया है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ने पुराने जर्जर छात्रावास के स्थान पर चरणबद्ध तरीके से नये भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में गुणवत्तापूर्ण एवं मानक स्तर के सुविधा सम्पन्न छात्रावास निर्माण हेतु राज्य सरकार द्वारा पूर्व से निर्मित एवं जर्जर 19 छात्रावासों के पुर्ननिर्माण की स्वी.ति दी गई है। इन छात्रावासों के निर्माण के लिए कुल 104.69 करोड़ की प्रशासनिक स्वी.ति दी गई है।

पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में लाइट टू मोडरेट वर्षापात की संभावना व्यक्त की गयी

जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोशी नदी में अभी डिस्चार्ज 1,71,335 क्यूसेक है। गंडक नदी में बाल्मीकिनगर बराज पर 1,83,400 क्यूसेक का डिस्चार्ज है। पिछले 24 घंटे में नेपाल प्रभाग में वर्षापात होने के कारण इन दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ने की प्रवृति है। बागमती नदी में केवल कटौंझा में जलस्तर की बढ़ने की प्रवृति है और खतरे के निशान से ऊपर है। शेष सभी गेज स्थलों पर घटने की प्रवृति है। बूढी गंडक में सभी जगहों पर और ललबेकिया नदी के जलस्तर में घटने की प्रवृति है। गंगा नदी में वाराणसी और बक्सर में जलस्तर की प्रवृति बढ़ने की है लेकिन इन दोनों जगहों पर नदी खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही है। सभी नदियों के जलस्तर में घटने की प्रवृति है। पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में लाइट टू मोडरेट वर्षापात की संभावना व्यक्त की गयी है।

आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है 

अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया है कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 126 प्रखंडों की 1,240 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। दरभंगा में 01, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 05 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 07 राहत शिविरों में कुल 11,849 लोग आवासित हैं। 1,239 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 09,39,893 लोग भोजन कर रहे हैं। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से करीब 5,08,426 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। बाढ़ प्रभावित 6,31,295 परिवारों के बैंक खाते में कुल 378.77 करोड़ रूपये जी0आर0 की राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे परिवारों को एस0एम0एस0 के माध्यम से सूचित भी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।