पटना साहिब से कॉंग्रेस के उम्मीदवार हैं ये, राजनीति मिली है विरासत में
कांग्रेस ने आखिरकार पटना साहिब के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी। सासाराम के आठ बार सांसद रह चुके देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम के नाती और सासाराम की दो बार सांसद रह चुकी लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार के पुत्र अंशुल अविजीत को इस बार कांग्रेस ने पटना साहिब से उम्मीदवार बनाया है। इस प्रकार जगजीवन राम की तीसरी पीढ़ी को राजनीती विरासत देने की तैयारी शुरू हो गयी। अंशुल कुशवाहा समाज से आते हैं। अंशुल अभिजीत कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता है और कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से इनकी नजदीकी भी रही है।
मीरा कुमार सासाराम से चुनाव लड़ने से कर दिया है इनकार
अंशुल के नाना भारत के उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा जगजीवन राम सासाराम से आठ बार सांसद चुने गए हैं। उनकी मां मीरा कुमार भी यहां से दो बार सांसद रह चुकी है। इस बार जैसे ही मीरा कुमार ने सासाराम संसदीय सीट से चुनाव लड़ने से इनकार किया। उसके बाद सही या चर्चा शुरू हो गया था कि वह अपने पुत्र को मैदान में उतरना चाहती है। हालांकि ये सीट अंशुल अविजीत के लिए काँटों भरा रास्ता होगा।
आजादी के बाद से हीं पहले लोकसभा चुनाव से ही जगजीवन राम लगातार सांसद रहे। जगजीवन राम अंशुल अभिजीत के नाना थे। जगजीवन राम के निधन के उपरांत लोकसभा चुनाव हुआ तो मीरा कुमार सासाराम से चुनाव लड़ने के लिए आई। लेकिन, छेदी पासवान से उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। लंबे अंतराल के बाद वर्ष 2005 के लोकसभा चुनाव में मीरा कुमार ने जीत दर्ज की और 10 सालों तक सासाराम का नेतृत्व किया। इस दौरान भी अंशुल अभिजीत अपनी माता मीरा कुमार के साथ आते जाते दिख जाते थे। बताया जाता है कि अपनी मां के साथ रहकर उन्होंने राजनीतिक बारीकियां सीखी है और यही कारण है कि कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद भी दिया है।
बचपन से ही राजनीति विरासत में मिली है
अंशुल अभिजीत को बचपन से ही राजनीति विरासत में मिली है। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। अंशुल अविजीत पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। सासाराम संसदीय सीट को अंशुल अविजीत कि पारिवारिक सीट कहा जा सकता है। वे सासाराम आते-जाते रहे हैं। लेकिन पटना साहिब मे वे कितना सफल हो पाते हैं ये देखने वाली बात होगी। बिहार मे जाति भी चुनाव पर बाद असर डालती है, जो पटना साहिब मे उनके अनुकूल नहीं है।
अंशुल ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से की है पीएचडी
अंशुल अभिजीत काफी पढ़े लिखे हैं। राजनीति शास्त्र के साथ इतिहास और भारतीय राजनीति पर उनकी जानकारी काफी अच्छी है। इन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी और एम फिल की पढ़ाई पूरी की है। साथ ही इनके पास कई अलग विश्वविद्यालय की डिग्रियां भी है। बता दें, अंशुल अभिजीत के पिता मंजुल कुमार सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रह चुके हैं तथा उनकी मां मीरा कुमार भी भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी रह चुकी हैं। ऐसे में बचपन से ही उनके घर में पढ़ाई लिखाई का माहौल रहा है।