केंद्र सरकार का जनहितैषी फैसला
पेट्रोल-डीजल-गैस सस्ता
तमाम वैश्विक संकट के बीच पूरी दुनिया कई तरह की समस्याओं का सामना कर रही है। ऐसे में अब भारत भी उन समस्याओं से धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने महंगाई पर देशवासियों को बड़ी राहत दी है। इसके लिए पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने फैसला किया है। सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज) ड्यूटी को घटा दिया है, जिससे लोगों को फौरी राहत मिली है। साथ ही उज्जवला योजना के तहत एलपीजी पर 200 रुपये की सब्सिडी देने का भी ऐलान किया है।
पेट्रोल पर 8 रुपये और 6 डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी कि पेट्रोल पर 8 रुपये और 6 डीजल पर प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया है। इसके अलावा सरकार उज्जवला योजना के तहत घरेलू रसोई गैस पर 200 रुपये की सब्सिडी देगी।
12 सिलेंडरों पर 200 रुपये की सब्सिडी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार के इस फैसले से पेट्रोल 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से सरकारी खजाने पर करीब एक लाख करोड़ रुपये सालाना का बोझ पड़ेगा। इसके साथ ही उज्जवला योजना के तहत घरेलू रसोई गैस पर 200 रुपये की सब्सिडी 12 सिलेंडर तक सरकार देगी, जिससे सालाना करीब 6100 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। उज्ज्वला योजना के तहत करीब 9 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।
राज्यों से वैट में कटौती की अपील
इसके अलावा वित्त मंत्री ने सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि वह भी वैट में कटौती कर जनता को राहत दें। उन्होंने खासतौर पर उन राज्यों को पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने के लिए कहा है, जिन्होंने नवंबर 2021 से वैट में कटौती नहीं की है।
इन वस्तुओं के उत्पाद शुल्क में कमी करेगी सरकार
इसके साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार प्लास्टिक, लौह और इस्पात उत्पादों के लिए कच्चे माल और अन्य सामग्री पर भी उत्पाद शुल्क में कमी करेगी, ताकि इन उत्पादों की लागत कम हो। कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा। इसका उद्देश्य सीमेंट की उपलब्धता बढ़ाना और लागत कम करना है।
कीमतों को नियंत्रण के लिए वचनबद्ध
उन्होंने कहा कि कोविड और यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान उत्पन्न हुआ है और कई वस्तुओं की उपलब्धता कम हुई है। इससे कई देशों में महंगाई और आर्थिक संकट में वृद्धि हुई है। लेकिन विपरीत आर्थिक परिस्थिति के बावजूद मोदी सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रण में रखने के प्रति वचनबद्ध है।
आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता में कोई कमी नहीं हुई
उन्होंने कहा कि गरीबों के कल्याण के प्रति समर्पित होने के कारण ही सरकार ने गरीबों और मध्य वर्ग के कल्याण के लिए कई उपाय किए हैं। इन कदमों के कारण ही पिछली सरकारों के मुकाबले मौजूदा सरकार में औसत महंगाई कम रही है।
कुछ विकसित देशों में भी आवश्यक वस्तुओं की कमी हुई है और आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है, लेकिन मोदी सरकार में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता में कोई कमी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने खासकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत कल्याण के उच्च मानदंड कायम किए हैं, जिसे पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है।
उर्वरक पर एक लाख पांच हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि दुनियाभर में उर्वरक की कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन भारत में सरकार ने किसानों के हित में इसकी कीमत नहीं बढ़ने दी है। उर्वरक पर एक लाख पांच हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी के अलावा सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए बजट में एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया है।
पीएम ने कहा-नागरिकों को मिलेगी राहत
वहीं इस फैसले के बाद पीएम मोदी ने कहा है कि वित्तीय फैसलों विशेष रूप से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी किए जाने के फैसले का विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। पीएम ने एक ट्वीट में कहा कि इससे नागरिकों को राहत मिलेगी और उनका जीवन आसान होगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 200 रुपये की सब्सिडी दिए जाने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि उज्जवला सब्सिडी के फैसले से परिवार बजट में बहुत आसानी होगी। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना से करोड़ों नागरिकों विशेष रूप से महिलाओं को काफी मदद मिली है।
कितना सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल
इस कटौती के बाद 22 मई को राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये और डीजल की कीमत 89.62 रुपये हो गई है। जबकि मुंबई में पेट्रोल 111.35 और डीजल के दाम 97.28 रुपये रुपये प्रति लीटर हो गया है। इससे पहले दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर रहा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 104.77 रुपये प्रति लीटर था। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 115.12 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल का भाव 99.83 रुपये प्रति लीटर था। इसी तरह चेन्नई में पेट्रोल 110.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 100.94 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था।
गौरतलब हो कि केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कई क्षेत्रों महंगाई पर लगाम लगेगी। लोगों ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले का खुशी जताई है।