नागालैंड स्थापना दिवस पर जानिए इसकी खूबसूरती और इतिहास
नागालैंड की खूबसूरती और संस्कृति हर किसी को आकर्षित करती है। भारत का उत्तरी – पूर्वी राज्य नागालैंड आज 1 दिसबंर 2022 को अपना 60वां स्थापना दिवस मना रहा है। भारत का स्विटजरलैंड कहा जाने वाला नागालैंड राज्य 1 दिसंबर 1963 को देश का 16वां राज्य बना था। इस दिन से हर साल 1 दिसंबर को नागालैंड का स्थापना दिवस मनाया जाता है।
नागालैंड के 60वें राज्य स्थापना दिवस समारोह पर मुख्यमंत्री नेफियू रियो नागालैंड पुलिस सहयोग परियोजना का शुभारंभ किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने नागालैंड पुलिस के विशेष अभियान समूह वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगालैंड के स्थापना दिवस पर राज्यवासियों को ट्वीट कर बधाई दी और पूर्वोत्तर के इस राज्य की प्रगति की कामना करते हुए पीएम ने कहा कि भारत को अपने इस राज्य की संस्कृति पर बहुत गर्व है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, ‘‘नगालैंड के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। भारत नगालैंड की उस संस्कृति पर बहुत गर्व करता है, जो साहस, कड़ी मेहनत और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने पर जोर देता है। मैं आने वाले वर्षों में नगालैंड की निरंतर सफलता के लिए प्रार्थना करता हूं।’’
जानिए नागालैंड की खूबसूरती-
भारत के सभी पर्यटन स्थलों में नागालैंड पहाड़ियों के बीच स्थित अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। भारत का खूबसूरत राज्य नागालैंड माउंट साबरमती जैसे खूबसूरत हिल स्टेशनो के साथ सुंदर चाय के बागान, ऊंचे पहाड़ और इसकी जीवंत संस्कृति लोगों को अपने तरफ आकर्षित करती है। नागालैंड प्रकृति प्रेमियों द्वारा पसंद किया जाने वाला एक पहाड़ी राज्य है। नागालैंड की संस्कृति, नागालैंड की वेशभूषा, नागालैंड के लोग और नागालैंड का खाना भी राज्य की खूबसूरती को बढ़ाता है।
नागालैंड की जनजाति
नागालैंड राज्य का नाम भी नागा जनजाति के नाम पर रखा गया है। नागालैंड बहुत से आदिवासी जनजाति और उप जनजाति समूहों का मिश्रण है।
इस राज्य को नागा लोगो का प्रमुख अधिवास क्षेत्र माना जाता है, जो मंगोल और भारतीय वर्ग में से एक माने जाते है। नागालैंड 16 विभिन्न जनजातियों का घर है। इस राज्य में चांग, कचहरी, आओ, अंगामी, चखेसांग, खियमनिउंगन, कोन्याक, कुकी, फोम, लोथा, रेंगमा, संगतम, पोचुरी, सुमी, यिमचुंगेर और ज़ेमे-लियांगमाई आदि जनजातियां निवास करती है। यहां हर एक जनजाति की अपनी अलग संस्कृति, भाषा और पहनावा है।
नागालैंड के प्रमुख पर्यटन स्थल
इस राज्य में मोकोकचुंग, कोहिमा चिड़ियाघर, दज़ोकौ घाटी, कचहरी खंडहर, तुफेमा गांव, नतांगकी राष्ट्रीय उद्यान आदि कई पर्यटन स्थल हैं।
नागालैंड का सबसे बड़ा शहर दीमापुर पर्यटन के लिए सबसे आकर्षक है, इस शहर में हवाई और रोड कनेक्टिविटी भी अच्छी है। इस वजह से यहाँ बहुत अधिक पर्यटक आते हैं। दीमापुर में प्रमुख आकर्षण में ट्रिपल फॉल्स, कचहरी खंडहर, नागालैंड विज्ञान केंद्र और प्राणि उद्यान आदि शामिल हैं। दीमापुर शहर का पूर्वी भाग धनसिरी नदी के गहरे में हैं जोकि अद्भुत आकर्षण का केन्द्र है। नागालैंड की राजधानी कोहिमा भी खूबसूरत पर्यटन केन्द्र है।
नागालैंड की भाषाएं
नागालैंड भारत का पहला ऐसा राज्य है जिसकी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। लेकिन नागालैंड में चांग, कोन्याक, लोथा, सेमा, फोम, अंगामी व रेंगमा भाषाएँ भी बोली जाती हैं। नागालैंड में 36 अलग-अलग भाषा और बोलियों बोली जाती है।
नागालैंड को “लैंड ऑफ फेस्टिवल” के नाम से भी जाना जाता है। नागालैंड राज्य में हॉर्नबिल सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है जो लोक नृत्य, संगीत, पारंपरिक व्यंजनों और संस्कृति के प्रदर्शन से भरा हुआ है।
बता दें कि नागालैड़ राज्य को संविधान में विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है। इसे 13वां संविधान सशोंधन अधिनियम 1962 के तहत अनुच्छेद 371 क में जोड़ा गया है। इसका क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है। इसकी राजधानी कोहिमा है। नागालैंड में 60 विधानसभा सीट और लोकसभा और राज्यसभा में एक- एक सीट है। इसकी सीमा असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और म्यांमार राज्य से लगती है।