कान्स फिल्म फेस्टिवल ऐतिहासिक सीढ़ियों से होकर रुपहले पर्दे पर छाने को बेताब है भारत
वैश्विक फिल्म उद्योग की नामी-गिरामी हस्तियों को एकत्रित करने वाले कान्स फिल्म महोत्सव का महत्व फिल्मी दुनिया में सर्वाधिक है। भारतीय सिनेमा के कौशल के सेलिब्रेशन के लिहाज से इस बार का महोत्सव बेहद खास है क्योंकि ‘मार्चे डू फिल्म’ (फिल्म बाजार) में भारत को इस साल पहली आधिकारिक ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ के रूप में चुना गया है। इसके अलावा ‘कान्स नेक्स्ट’ में भी भारत को “कंट्री ऑफ ऑनर” मिला है, जिसके तहत 5 नए स्टार्टअप को ऑडियो-विजुअल इंडस्ट्री के सामने पिच करने का मौका मिलेगा। उल्लेखनीय है कि भारत को दुनिया का कंटेंट हब बनाने के लिए देश में अपार संभावनाएं हैं, जिसका समुचित उपयोग कर भारत वैश्विक फिल्म उद्योग में अपनी मजबूत पकड़ बना रहा है।
शामिल हुआ सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल
फ्रांस के कान्स फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह में सितारों से सजे-धजे रेड कार्पेट पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 11 सेलिब्रिटीज के अब तक के सबसे बड़े आधिकारिक भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। भारतीय सिनेमा की विविधता को दिखाते हुए ग्लैमर से भरे इस रेड कारपेट दल में भारत की फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। 11 सदस्यों का यह प्रतिनिधिमंडल “पलाइस डेस फेस्टिवल्स” की ऐतिहासिक सीढ़ियों से वैश्विक सिनेमा का केंद्र बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को संजोए था।
दिखी भारत की विविधता
महोत्सव में भाग लेने वाले प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न क्षेत्रीय सिनेमा की हस्तियों को शामिल किया गया। इससे दुनिया को यह संकेत दिया गया कि भारत में जहां 25 क्षेत्रीय फिल्म उद्योग हैं, वहीं फिल्म प्रोडक्शन की अलग-अलग शैली हैं। इस फिल्म महोत्सव का फोकस भारत की ब्रांडिंग ‘विश्व के कंटेंट हब” के रूप में करने पर होगा। यह देश की भाषाई, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधताओं में भारतीय सिनेमा को दर्शाएगा और वैश्विक समुदाय के प्रतिनिधियों के लिए नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म के रूप में काम करेगा।
प्रदर्शित होंगी 5 भारतीय फिल्में
ओलंपिया स्क्रीन नामक एक सिनेमा हॉल 22 मई 2022 को अब तक रिलीज नहीं की गई फिल्में’ प्रदर्शित करने के लिए भारत को समर्पित किया गया है। इस श्रेणी के तहत 5 फिल्में चुनी गई हैं। भारत में सत्यजीत रे की शताब्दी का जश्न कान्स में जारी है। इस जश्न के क्रम में सत्यजीत रे क्लासिक की एक रीमास्टर्ड क्लासिक ‘प्रतिद्वंदी’ को कान क्लासिक सेक्शन सिनेमा डे ला प्लेगे में दिखाया जाएगा। महोत्सव में प्रदर्शित की जाने वाली भारत की चयनित 5 फिल्मे है:
1. जयचेंग ज़क्सई दोहुतिया की ”बागजान” – असमिया, मोरानी
2. शैलेंद्र साहू की ”बैलाडीला” – हिंदी, छत्तीसगढ़ी
3. एकतारा कलेक्टिव की ”एक जगह अपनी” (अ स्पेस ऑफ अवर ओन) – हिंदी
4. हर्षद नलवाडे की ”फॉलोवर” – मराठी, कन्नड़, हिंदी
5. जय शंकर की ”शिवम्मा” – कन्नड़
आकर्षण का केंद्र होगी रॉकेट्री
इस साल साउथ का सिनेमा सुर्खियों में रहा और छह अलग-अलग भाषाओं (तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी) में शूट की गई फिल्मों में शामिल रहे अभिनेता और निर्माता आर. माधवन भारतीय सिनेमा की विविधता को प्रदर्शित करते हैं। भारत की भागीदारी के एक प्रमुख आकर्षण के रूप में अभिनेता आर. माधवन द्वारा निर्मित फिल्म “रॉकेट्री” का वर्ल्ड प्रीमियर 19 मई, 2022 को मार्केट स्क्रीनिंग के पलाइस डेस फेस्टिवल्स में किया जाएगा।
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने इस वर्ष कान्स फिल्म महोत्सव में भारत की ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ के रूप में भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की भागीदारी, देश की आजादी के 75 वर्ष, कान्स फिल्म महोत्सव की 75वीं वर्षगांठ और भारत तथा फ्रांस के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष के सुखद संयोग के महत्वपूर्ण अवसर को प्रतिबिंबित करती है। पीएम मोदी ने सत्यजीत रे की जन्म शताब्दी के अवसर पर इस महान फिल्मकार की एक फिल्म को कान्स क्लासिक श्रेणी में दिखाए जाने के उद्देश्य से संरक्षित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।