स्तनपान कार्यक्रम से लाभ उठाकर आस पास के महिलाओं को भी जागरूक करना चाहिए: डॉ. रामचन्द्र साहू
_मां का दूध बच्चों के लिए अमृत: डॉ. इंन्द्रमणि मिश्र_
_मां का दूध बच्चों के लिए पहला वैक्सीन: डॉ. रश्मि वर्मा_
हायाघाट(दरभंगा), 06 अगस्त, 2023
भारत सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), दरभंगा द्वारा रविवार 6 अगस्त 2023 को विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान हायाघाट अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 68 परिसर में एक दिवसीय परिचर्चा सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक डॉ. रामचंद्र साहू ने कहा कि कोई भी सरकारी कार्यक्रम का बहुत महत्व होता है और आज का यह कार्यक्रम सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इस कार्यक्रम में आप लोगों को स्तनपान के विषय में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आप सभी से हम यही अनुरोध करेंगे कि इस कार्यक्रम से जो भी आप सीखेगें उसे अन्य लोगों को भी बताएं ताकि स्तनपान के महत्व एवं फायदे को अधिक से अधिक लोग समझ सकें।
अपने सम्बोधन में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आई.सी.डी.एस.) डॉ. रश्मि वर्मा ने कहा कि नवजात शिशु के लिए पहला वैक्सीन मां का दूध होता है क्योंकि मां के दूध में कॉलेस्ट्रॉम पाया जाता है जो बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे के जन्म से 6 महीने तक बच्चे को केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए इससे बच्चे के साथ साथ मां को भी फायदा होता है। उन्होंने कहा कि दूध पिलाने वाली माताओं के शरीर में आॉक्सीटोशीन नामक हार्मोन पैदा होता है जिससे उनको ब्रेस्ट कैंसर से लेकर अन्य कई बिमारियों से बचाता है।
मौके पर उपस्थित आई.सी.डी.एस. निदेशालय पटना के स्वास्थ्य एवं पोषण सलाहकार डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम के माध्यम से आपको स्तनपान के महत्व को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मां का दूध बच्चों के लिए सर्वोत्तम आहार है कहने का तात्पर्य है कि बच्चे के जन्म से 6 महीने तक सिर्फ और सिर्फ मां का ही दूध पिलाना चाहिए बाहर का पानी भी नवजात शिशु नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि मां के दूध में हर वो चीज होता है जो बच्चों के पोषण के लिए आवश्यक है।
वहीं, यूनिसेफ के प्रतिनिधि अनुप कुमार ने कहा कि मां का दूध बच्चों को स्थमा, दांत कान की बिमारी, पाचन क्रिया, नींद के वक्त अचानक सांस रूक जाना आदि 21 प्रकार के बिमारियों से बचाता है।
इस कार्यक्रम में उपस्थित डी.एम.सी.एच. के शिशु विशेषज्ञ डॉ. इंद्रमणि मिश्र ने कहा कि मां का दूध अमृत समान है। उन्होंने कहा कि बच्चों के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए मां का दूध अतिआवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान हायाघाट प्रखंड के प्रमुख सीता देवी, मझौलिया पंचायत के मुखिया ममता कुमारी, आई.सी.डी.एस. निदेशालय पटना के स्वास्थ्य एवं पोषण सलाहकार डॉ. कुमारी चंदा, हायाघाट प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रभा रानी, जिला महिला संरक्षण पदाधिकारी अज़मातुन निशा, समाजिक कार्यकर्ता चाइल्ड हेल्पलाइन अनुराधा कुमारी, महर्षि दयानंद इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के निदेशक डॉ. शशि नाथ झा केन्द्रीय संचार ब्यूरो, दरभंगा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मनीष कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मिहिर कुमार झा ने भी लोगों को संबोधित किया।कार्यक्रम के दौरान होरलपट्टी के पंचायत समिति सदस्य मीना देवी, प्रोफेसर तृलोक नाथ झा, हायाघाट प्रखंड के महिला पर्यवेक्षिका विनीता भारती, सीमा कुमारी, रिंकू कुमारी एवं तहसीन फातिमा तथा एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के दौरान रंगोली बनाने वाली सेविका साधना कुमारी, ज्योति कुमारी, हेमा कुमारी, वंदना कुमारी, अर्चना कुमारी को मंच पर सम्मानित भी किया गया।इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में एक जन-जागरूकता रैली भी निकाली गई जिसमें सभी उपस्थित आंगनबाड़ी सेविका सहित लोगों ने हिस्सा लिया। इस रैली को जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आई.सी.डी.एस.) डॉ. रश्मि वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम के अंत में केन्द्रीय संचार ब्यूरो, दरभंगा के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मिहिर कुमार झा ने सफलतापूर्वक कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रभा रानी सहित सभी को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय संचार ब्यूरो, पटना में पंजीकृत सांस्कृतिक दल लोक कला मंच के कलाकारों द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसका उपस्थित लोगों ने भरपूर आनंद उठाया।