खनिज के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनेगा बिहार-मंत्री
पटना। बजट भाषण के दौरान खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने कहा कि राज्य पुर्नगठन के पश्चात वर्तमान बिहार में कल ज्ञात खनिज सम्पदा का अंश मात्र ही बचा रह गया है। सीमित संसाधनों के बावजूद भी विभाग राज्य के खनन राजस्व में उल्लेखनीय वृद्घि की ओर सतत प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास में पोटाश का पर्याप्त भंडार, गया जिला के इमामगंज प्रखंड में निकिल तथा क्रोमियम पाया गया है। जमुई जिला के मंजोस गांव में मैग्नाइट खनिज के लिए भी अन्वेषण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा कैमूर में हीरा धारित पत्थर ,जमुई में लौह खनिज तथा रोहतास में चूना पत्थर खनिज का अन्वेषण कार्य प्रारंभ किया गया है। सूबे के विभिन्न जिलों से कई तरह के खनिज पदार्थ मिलेंगे। खनिज के क्षेत्र में बिहार अब अग्रणी राज्य बनेगा। जमुई के सोनो में 44 प्रतिशत सोना प्राप्त होने की संभावना है।
मंत्री श्री राम ने कहा कि खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा वितीय वर्ष 2007-08 से लगातार राजस्व वसूली में बढ़ोतरी कर रहा है। वितीय वर्ष 21-22 में वित विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के विरुद्घ 1482 करोड़ 41 लाख की वसूली कर ली गयी है। यह वसूली गत वर्ष फरवरी तक वसूली गयी राशि से 200 करोड़ 93 लाख अधिक है। अवैध खनन , परिवहन तथा भंडारण पर रोक लगाने के लिए विभाग द्वारा छापेमारी की जाती है। इसके लिए समाहर्ता की अध्यक्षता में प्रत्येक जिला में टास्क फोर्स गठित है। वितीय वर्ष 21-22 में 28 फरवरी तक 14765 छापेमारी, 2490 प्राथमिकी,1626 अवैध उत्खननकर्ताओं की गिरफ्तारी की गयी है। इनसे दंडस्वरुप 13430 लाख रुपए की वसूली भी की गयी है।
बगैर पर्यावरणीय स्वीकृति के लघु खनिजों के खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। सभी लघु खनिजों पर विभाग स्तर से प्रभावकारी ई नियंत्रण रखने के लिए मंत्रिपरिषद की स्वीकृति से विभाग में एक आधुनिक पीएमयू स्थापित है। पीएमयू द्वारा लघु खनिजों के परिवहन के लिए ई चालान विकसित किया गया है जो पूरे राज्य में लागू है।