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भारतीय विश्वकर्मा महासंघ का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न

प्रांतीय सम्मेलन में हजारों की संख्या में शामिल हुए लोग

 राजनीतिक भागीदारी नहीं अब सत्ता का संघर्ष होगा : मुकुल आनंद

भागलपुर, 30 जून 2024 : रविवार को भागलपुर स्थित देवी बाबू धर्मशाला सभागार में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के तत्वाधान में विश्वकर्मा समाज के भविष्य की राजनीति पर परिचर्चा हेतु प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता विशाल आनंद एवं संचालन उमाशंकर शर्मा ने किया।

भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनद विश्वकर्मा ने कहा कि 8.5 प्रतिशत आबादी वाले विश्वकर्मा समाज आजादी के 76 वर्षो के उपरांत भी सामाजिक,आर्थिक,शैक्षणिक,
सांस्कृतिक एवम राजनीतिक क्षेत्रो में उपेक्षित हैं। श्री आनंद ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोग जब तक एमपी,एमएलए नहीं बनेंगे तब तक विश्वकर्मा समाज के अधिकार का हनन होते रहेगा। सरकार में भागीदारी से ही समाज के विकास का रास्ता खुलता है। उन्होंने कहा कि जिसकी दो प्रतिशत आबादी है उन्हें सत्ता में आजादी से लेकर अब तक सम्मान मिल रहा है जबकि विश्वकर्मा वंशियो की आबादी 8.5 प्रतिशत है फिर भी सत्ता से वंचित है। अब विश्वकर्मा समाज इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। राजनीतिक भागीदारी नहीं अब सत्ता का संघर्ष होगा।

मुख्य अतिथि बतौर तिलकामांझी विश्वविद्यालय के कुलपति जवाहर लाल ने भगवान विश्वकर्मा पर प्रकाश डाल समाज को अपने इतिहास से अवगत कराया एवम साथ ही समाज को शिक्षा के प्रति संवेदनशील होने के लिए आश्वत किए।

पूर्व विधान परिषद प्रत्याशी डॉ संजीव पोद्दार ने कहा मुकुल आनंद के नेतृत्व में विश्वकर्मा समाज पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने का संकल्प लिया।

प्रदेश नेत्री सुजाता शर्मा ने कही महिलाओं को भी आगे लाने की पहल करनी चाहिए।आधी आबादी महिलाओं की है,उन्हे सामाजिक व राजनीतिक चेतनाबद्ध करने की आवश्यकता है।

संयोजक विशाल आनंद ने कहा कि समय की मांग है कि विश्वकर्मा के पांचों पुत्रों स्वर्णकार, बढ़ई, लोहार, कुम्हार,
ठठेरा एवम कसेरा समाज एकजुट होकर संघर्ष कर सत्ता पर काबिज हो।

अमित टिंकल ने कहा की सत्ता से वंचित विश्वकर्मा समाज सभी राजनीतिक दलों के पिछलग्गू बनना छोड़कर अपनी संख्या अनुपात में विश्वकर्मा समाज के प्रत्याशी को आगामी विधान सभा में उतारा जाय।

वही मौके पर भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिवाकर शर्मा ने कहा कि भारतीय विश्वकर्मा महासंघ अब विश्वकर्मा समाज को एक जुट होकर राज पाट शासन सत्ता हिस्सेदारी की लड़ाई लड़ेंगे।

मौके पर रंजित शर्मा,राजेंद्र पोद्दार, राजेश पंडित, विजय कुमार, मेजर आर के लाल, प्रीतम विश्वकर्मा, विद्याभूषण शर्मा, निरंजन शाह, संतोष शाह, पवन शर्मा, रघुनंदन शर्मा,आनंदी शर्मा आदि ने भी विचार व्यक्त किए। ब्रह्म प्रकाश ठाकुर धन्यवाद ज्ञापन किया।