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असम सरकार नही मान नही है अन्य राज्यो की covid- 19 टेस्ट रिपोर्ट, हवाई यात्रियों को हो रही है परेशानी

गुवाहाटीः असम में दूसरे राज्य से आने वाली फ्लाइट्स के यात्री यदि बोर्डिंग से पहले अपने राज्यों में टेस्ट से इनकार करते हैं तो यह राज्य में कोविद -19 के ‘सुपर स्प्रेडर’ का कारण बन सकते हैं. पिछले हफ्ते राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमन्त बिस्वा सरमा ने अन्य राज्यों के टेस्ट को स्वीकार करने से इंकार किया था और कहा था की सभी हवाई यात्रियों के लिए असम में आने के बाद कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य होगा.

 

बुधवार को एक ही दिन में गुवाहाटी हवाई अड्डे पर कोविड टेस्टिंग करते समय 62 यात्री कोरोना संक्रमित मिले. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के स्रोत के अनुसार, इनमें से कई संक्रमित व्यक्तियों ने फ्लाइट में चढ़ने से पहले टेस्ट नहीं करवाया था क्योंकि उन्हें असम पहुंचने के बाद फिर से टेस्ट करवाना पड़ता.

महानगरों से आने वालों में संक्रमितों की संख्या ज्यादा

 

गुवाहाटी हवाई अड्डे पर स्थित एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया की कोविड पॉजिटिव यात्रियों में अधितर यात्री बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली से आये हुए हैं जो दूसरी लहर के प्रति अत्यधिक संवेदनशील स्थिति बना रहा हैं. राज्य में आने पर पॉजिटिव मामलों की संख्या को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने बताया कि इस बात की ज्यादा संभावना है कि वायरस विमान के अंदर अधिक यात्रियों में फैल रहा है.

 

आरटी-पीसीआर टेस्ट से बढ़ सकती है संक्रमितों की संख्या

 

62 यात्रियों ने रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) में कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को चिंता व्यक्त की और कहा की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट आने बाद इन सख्याओं में वृद्धि हो सकती हैं.

 

पिछले हफ्ते सरमा ने कहा था कि अन्य राज्यों के कोविड टेस्ट स्वीकार नहीं किए जाएंगे और सभी हवाई और रेल यात्रियों को असम आने पर कोविड टेस्ट करवाना होगा. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उन्होंने फिर से ट्विटर पर अपील की और कहा “असम आने वाले सभी यात्रियों से अनुरोध हैं की फ्लाइट में चढ़ने से पहले अपनी कोविड टेस्टिंग जरूर करवाएं

 

पहले नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट को बनाया था अनिवार्य

 

अप्रैल की शुरुआत में आदेश दिया गया था की मुंबई या बेंगलुरु से आने वाले यात्रियों को असम के हवाई अड्डे पर उतरने से 72 घंटे के भीतर अनिवार्य रूप से एक नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट कैरी करना होगा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी यह आदेश, 9 अप्रैल से लागू हो गया था लेकिन पिछले हफ्ते स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा के तुरंत बाद ही रिपोर्ट स्वीकार नहीं की जा रही थी, तभी कुछ यात्रियों ने टेस्ट के बिना ही उड़ान भरने का फैसला किया. उम्मीद है कि असम की सरकार द्वारा ७ दिन का होम क्वारंटीन का नियम राज्य में कोविड संक्रमण की संख्या का नियंत्रण करने में मदद करेगा.