रोवर्स में अर्जुन-अरविंद की जोड़ी ने टोक्यो ओलंपिक के लिए किया क्वालीफाई
भारतीय नौकाचालक अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने पुरुषों की लाइटवेट डबल स्कल्स स्पर्धा में ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया है। दरअसल इसके लिए टोक्यो में ही आयोजित एशिया-ओसेनिया महाद्वीपीय क्वालीफाइंग रेगेटा की अंतिम रेस में दूसरे स्थान पर रहकर ओलंपिक के लिए अपनी जगह पक्की की।
टोक्यो में आयोजित इस प्रतियोगिता में अर्जुन-अरविंद के अलावा हमवतन “जाकर खान” पुरुष सिंगल्स स्कल्स फाइनल में चौथे स्थान पर रहे। भारत की यह जोड़ी 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत की एकमात्र रोवर्स जोड़ी होगी, क्योंकि कोविड-19 महामारी के चलते भारत अब अन्य ओलंपिक क्वालीफायर्स प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि इस वर्ग में कुल पांच ओलंपिक कोटा थे लेकिन जाकर खान क्वालीफाई करने से चूक गये, क्योंकि एक देश को इस रेगेटा में केवल एक क्वालीफाइंग स्थान ही मिलता है, जबकि पुरुष लाइटवेट डबल स्कल्स में शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी ही ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करते हैं।
एक देश की केवल एक नाव ही कर सकती है क्वालीफाई
भारतीय रोइंग महासंघ की अध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव ने बताया, ‘इस रेगेटा में एक देश की केवल एक नाव ही क्वालीफाई कर सकती है अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह पुरुष लाइटवेट डबल स्कल्स में दूसरे स्थान पर रहे थे, इसलिए उन्होंने क्वालीफाई किया।’’ उन्होंने कहा, ‘जाकर खान पुरुष सिंगल्स स्कल्स में चौथे स्थान पर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्य से वह ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे। अर्जुन लाल और अरविंद सिंह ने उनसे बेहतर स्थान हासिल किया था, इसलिए उन्होंने क्वालीफाई किया।’
कोविड के चलते इटली ओलंपिक क्वालीफायर में नहीं उतरेगा भारत
देव ने कहा, ‘इटली में एक अन्य ओलंपिक क्वालीफायर होना है लेकिन कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए हम किसी खिलाड़ी को वहां नहीं भेज रहे हैं। इसलिए ओलंपिक में हमारी एकमात्र यही भागीदारी होगी।’
बता दें कि टोक्यो के सी फॉरेस्ट वाटरवे में आयोजित इस प्रतियोगिता में भारत की 14 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था। इस टीम में जाकर खान पुरुषों की टीम का नेतृत्व कर रहे थे। उनके अलावा पुरुष टीम में अरुण लाल जाट, अरविंद सिंह और सुनी अत्री अन्य रोवर्स थे जबकि, महिलाओं की टीम में खुशप्रीत कौर (सिंगल स्कल), विंध्या सनकत, रुक्मणी दांगी और सोना कीर (सभी डबल स्कल) शामिल थे।