एंबुलेंस 102 सेवा भ्रष्टाचारियों का भेंट चढ़ा -विजय कुमार सिन्हा
ऑक्सीजन की कमी लाइफ सपोर्ट का अभाव और एक्सपायरी दवा के कारण एंबुलेंस में हुई मौतों की जिम्मेदारी तय हो,
स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण और शहरी विकास में काम करने वाले एन.जी.ओ और संविदा कर्मी की हो सीबीआई जांच,
पटना, 20 जून 2023,
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को राज्य के एंबुलेंस सेवा संचालन हेतु 16 सौ करोड़ रुपए का नया ठेका देने पर विरोध प्रकट करते हुए कहा है कि राज्य का 102 एंबुलेंस सेवा भ्रष्टाचारिओ की भेंट चढ़ गया है|
श्री सिन्हा ने कहा है कि यह कंपनी जहानाबाद के जदयू सांसद के पुत्र का है जिसे इस सेवा के लिए पूर्व में 2017 में 400 करोड़ का ठेका दिया गया था और 650 एंबुलेंस चलाना था परंतु स्टेट रिसोर्स यूनिट द्वारा तैयार ऑडिट रिपोर्ट में इनकी एंबुलेंस सेवा में ऑक्सीजन और लाइफ सपोर्ट का अभाव तथा एक्सपायरी दवा का उपयोग की बात कही गई| यह प्रतिवेदन मुंगेर, भागलपुर, समस्तीपुर सहित अनेक जिला में निरीक्षण के पश्चात दिया गया| कोविड के दौरान एम्बुलेंस में अनेको मरीजों की मृत्यु हो गई| इसके आधार पर उन्हें विभाग द्वारा काली सूची में डाला जाना चाहिए था लेकिन उच्च स्तरीय दबाव के कारण ऐसा नहीं किया गया| सरकार को इन मौतों की जिम्मेवारी तय करनी चाहिए|
श्री सिन्हा ने कहा कि इन्हें मई 2023 में 5 वर्ष के लिए ठेका दे दिया गया और उसमें 5 साल के बाद 3 साल पुनः विस्तार का भी क्लाउज जोड़ दिया गया| न्यायालय के द्वारा सचेत किए जाने पर भी सरकार की आंख नहीं खुली| एल-1 के आधार पर इनके ठेका को सरकार द्वारा सही ठहराया जा रहा है परंतु जिस कंपनी को ऑडिट ने नकारा और अनुपयोगी करार दिया, उसे कार्यादेश देना अपराध की श्रेणी में आता हैं|
श्री सिन्हा ने कहा है कि स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण एवं नगर विकास विभाग में काम करने वाले एन.जी.ओ शासन प्रशासन में बैठे लोगों के परिवार के ही सदस्य हैं| संविदा पर कार्यरत सफाई कर्मी से लेकर जरनेटर कर्मी तक से 50% कमीशन लेने के बाद ही उन्हें सेवा विस्तार दिया जाता है|
श्री सिन्हा ने पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के ठेका को अविलंब रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए|