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पूर्व मध्य रेल द्वारा कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए उठाए गए हैं सभी सुरक्षात्मक उपाय

पटना। कोविड-19 के नये वैरिएंट ओमीक्रोन के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा कई एहतियाती कदम उठाये गए हैं । किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी रेलवे चिकित्सालयों में अनुभवी चिकित्सक, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे तैनात हैं। दानापुर, सोनपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, सोनपुर एवं समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल अस्पतालों एवं केन्द्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल पटना में 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर उन्हें कार्यशील कर दिया गया है, ताकि किसी भी परिस्थिति में ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहे। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबन्धक  अनुपम शर्मा द्वारा कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुये इसके रोकथाम एवं बचाव हेतु की गई तैयारियों की समीक्षा के क्रम में सभी विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को कोविड से रेलकर्मियों के बचाव हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जाने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है। महाप्रबंधक द्वारा सभी रेलवे चिकित्सालयों में चिकित्सा उपकरणों, दवाइयों आदि की उपलब्धता के साथ ही पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। पूर्व मध्य रेल द्वारा रेलकर्मियों को कोविड के टीके लगवाने हेतु प्रभावी कदम उठाये गये जिसका परिणाम है कि लगभग 80 हजार रेलकर्मियों में से 78 हजार से अधिक रेलकर्मियों अर्थात लगभग 98 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में फ्रंट लाईन रेल कर्मचारियों को बुस्टर डोज देने सहित अन्य सभी सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल में वर्तमान में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की कुल संख्या 352 है।  टीकाकरण के अलावा पूर्व मध्य रेल द्वारा अपने कर्मचारियों को कोविड-19 से बचाव एवं आपात स्थित में चिकित्सा हेतु कई कदम उठाये गये हैं । इनमें कोविड-19 के मरीजों के इलाज हेतु 06 रेलवे अस्पतालों को नामित किया गया है जहां उनका उचित देखभाल एवं इलाज किया जाता है । इन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों हेतु कुल 228 वेड, जिनमें से आइसीयू के 34 वेड एवं नन आइसीयू के 194 वेड आरक्षित किये गये हैं । साथ ही उचित संख्या में वेंटिलेटर का प्रावधान किया गया है । इसके अलावा इन अस्पतालों में इलाज हेतु जरूरी मेडिसिन, ऑक्सीजन कंसेनटेटर, पीपीई किट, मास्क आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है । इन हॉस्पीटलों में छोटे बच्चों के इलाज हेतु सभी जरूरी उपाय किये गए हैं । रेलकर्मियों के 15-18 आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।  कोविड-19 के नये वैरिएंट से उचित तरीके से निपटने हेतु उपरोक्त उपायों के साथ ही रेलवे राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए है । इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा पूर्व मध्य रेल के स्टेशनों पर कोविड-19 की स्क्रीनिंग एवं जांच हेतु बूथ लगाए गये हैं जहां पर टेऊनों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है । साथ ही ट्रेनों एवं स्टेशनों को सेनिटाइज किया जा रहा है । रेलवे स्टेशनों पर नियमित अन्तराल पर कोविड सम्बन्धी प्रोटोकॉल पालन करने हेतु उद्घोषणा की जा रही है। स्टेशन परिसर एवं टे्रनों में मास्क पहनना अनिवार्य है। मास्क न पहनने पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।