अग्निपथ योजना युवाओं के विनाश की योजना है- तेजस्वी
पटना। पूर्व मंत्री एवम विधायक आलोक कुमार मेहता के आवास पर बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि विधानसभा मे प्रश्न काल बहुत महत्व पूर्ण होता है।
इसके माध्यम से विपक्ष सदन मे सरकार को घेरती है और जनता से जुड़े मुद्दे पर सरकार को जनता के हित मे कार्य करने को मजबूर करती है। सदन मे मज़बूती के साथ जनता की आवाज़ को उठाएं।जनता के विश्वाश को जीतें।सदन मे पूरे समय उपस्थित रहें और नेता के निदेश के अनुसार सदन की कार्यवाही मे भाग लें हम चुप चाप नहीं बैठें बलिक नेता के निदेश पर अपने कर्तव्य एवम दायित्व का निर्वाह करें।
बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए आलोक कुमार मेहता ने कहा कि जनहित एवम युवाहित मे महंगठबंधन ने विधानस मे आज कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा था।ये आप ही बताएं कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे को कहां उठाया जाय। सदन से बाहर यदि ये मुद्दे उठाये जाते हैं तो निदोष युवाओं को प्रताड़ना झेलनी पड़ती है।प्रतिपक्ष इस मुद्दे पर एक जुट है।
एक प्रश्न के उत्तर मे श्री मेहता ने कहा कि प्रश्न काल को छोड़ कर इस मुद्दे पर कल महंगठबंधन विचार कर आगे की कार्यवाही का निर्धारण करेगी। सदस्यता अभियान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह अभियान बिखरी हुई शक्ति को जोर कर साथ लाने की है।एक करोड़ से अधिक राजद के सदस्य इस अभियान मे जोड़े जाएंगे। अग्निपथ योजना के मुद्दे को हम छोड़ने वाले नहीँ हैं। हिंसा रुक गई है मगर आंदोलन जारी है। हम हिंसा के विरोधी हैं।संविधान के अंतर्गत दी गई सुविधा के अनुसार हम लोकतांत्रिक मर्यादा के अंदर आंदोलन करेंगे।
बैठक में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदनानंद सिंह, पूर्व राजद प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधानपरिषद सदस्य तनवीर हसन, विधायक अवध बिहारी चौधरी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, विधयक कुमार सर्वजीत, पहलाद यादव, भूदेव चौधरी, ललित यादव, विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह सहित कई अन्य वरिष्ट नेताओं ने अपने विचारों को रखा और कहा कि अग्निपथ योजना छात्र, नोजवानो के विनाश की योजना है।
देश के युवा, छात्र इस योजना के विरुद्ध आंदोलित हो रहे हैं। ये उनके लिये विनाश पथ है। ऐसी योजनाओं से युवाओं का भविष्य अंधकार की ओर जाएगा। इस योजना से युवाओं का भविष्य बर्बाद होगा। आंदोलन मे शामिल होने वाले नौजवानों को तबाह किया जा रहा है। इस योजना का विरोध सदन मे किया जाना चाहिये।