शराबबंदी के बाद बिहार में आने वाले पयर्टकों की संख्या बढ़ी
पटना। समाज सुधार अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीना कितनी बुरी चीज है यह सबको पता है। शराब आपको मौत दिलवा सकती है। शराब बंदी को पूर्ण लागू करने के बाद सरकार द्वारा सतत जीविकोपार्जन योजना की शुरुआत की गयी जिसमें करीब एक लाख 27 हजार परिवारों को रोजगार मुहैया कराया गया और उसके लिए आर्थिक मदद भी दिया गया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जो परिवार नीरा का उत्पादन करेंगे उसे सरकार एक लाख रुपया का आर्थिक मदद देगी ताकि नीरा का उत्पादन हो और परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो।
पूर्व के दिनों को याद करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने भी शराबबंदी को लागू किया लेकिन दो साल में ही खत्म कर दिया गया लेकिन जब 2016 में पुन: शराबबंदी लागू किया गया तो उसे और सख्ती से पालन किया जा रहा है। शराबबंदी के बाद जब वर्ष 2018 में सर्वे कराया गया तो मालूम चला कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। जब सूबे में जहरीली शराब से मौत होती है तो कुछ लोग शराबबंदी को समाप्त करने की बात करते हैं। उन लोगों पर निशाना साधते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि जिन राज्यों में शराब चालू है वहां भी जहरीली शराब से लोग मर रहे है। शराब बुरी चीज है ही वह मौत दिलवा सकती है।
आजादी की लड़ाई के दौरान बापू ने कहा था कि शराब आदमी का न सिर्फ पैसा छीनता है बल्कि बुद्घि भी हर लेता है। शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। बापू ने ही कहा था कि अगर एक घंटे के लिए भी हम तानाशाह बन जाएं तो शराब पूरी तरह बंद हो जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी वर्ष 2018 में शराब पर ही एक सर्वे किया। उसकी रिपोर्ट में भी यह बात है कि वर्ष 2016 में पूरी दुनिया में शराब के कारण 30 लाख लोगों की मृत्यु हुयी है। पूरी दुनिया में जितनी मृत्यु होती है उसका 5.3 प्रतिशत मृत्यु शराब के कारण होती है। 20 से 39 आयुवर्ग के 13.5 प्रतिशत लोगों की मौत प्रत्येक साल शराब से ही हो रही है। गंभीर बीमारी की मौत से ज्यादा शराब से ही मौत हो रही है। शराब 200 तरह की बीमारियों को बढ़ाता है।
सड़क दुघर्टना में होने वाली मौत में 27 प्रतिशत मौत शराब के सेवन करने के कारण ही होती है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब करने वालों पर सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए सभी डीएम व एसपी को आदेश दिया गया है कि अभियान चलाकर शराबबंदी को सफल बनाएं। विरोधियों को निशाने पर लेते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी को समाप्त करने की बात कर रहे थे तथा बोले कि पयर्टक नहीं आ रहे।शराबबंदी के लागू होने के बाद बिहार में अन्य राज्यों से आने वाले पयर्टकों की संख्या बढ़ी है। अब अवैध शराब का व्यापार करने वाले की धरपकड़ के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सबसे ज्यादा पटना में कार्रवाई कीजिए।
अब हेलीकॉप्टर से गंगा नदी के दोनों किनारों पर पेट्रोलिंग की जा रही है ताकि शराब का अवैध कारोबार बंद हो। बालू के धंधा पर भी नजर रखी जा रही है। अवैध शराब के कारोबार करने वालों की गिरफ्तारी के लिए 2 लाख 17 हजार से अधिक छापेमारी की गयी। पूरे तौर पर एक एक चीजों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि लोग महिलाओं के उत्थान के बारे में नहीं सोचते हैं।
सूबे मेें 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया। बड़े बड़े राज्यों में महिलाएं पुलिस में काफी कम है लेकिन बिहार में महिला पुलिस की संख्या करीब 25 हजार है। अब सभी विभाग में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया है। मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी एक तिहाई आरक्षण लागू किया गया है। सिर्फ विकास ही नहीं न्याय के साथ विकास कर रही है सरकार।
समाज के सुधार के लिए सरकार समाज सुधार अभियान चला रहा है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका जीविका दीदियों का ही है। दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलना चाहिए। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि बिना दहेज की शादी में जरुर शामिल होइए।
इस अभियान के तहत बाल विवाह को भी पूरी तरह बंद करना है। बाल विवाह से पैदा होने वाले बच्चों में कई तरह की बीमारियां होती है। कम उम्र में शादी ठीक नहीें है। इस मौके पर उपस्थित उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिस तरह जीविका दीदियों ने अपना साहस दिखाया है वह काबिले तारीफ है। यह समाज सुधार अभियान निश्चित रुप से बिहार में सफल दिखेगा।
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारे समाज में कई रीतियां ऐसी है जो जड़ बना लेती है। उसको दूर करने के लिए समाज सुधार अभियान की शुरुआत की गयी है। मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अवैध शराब के व्यापार करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए सरकार तरह तरह के हथकंडे अपना रही है तथा अवैध शराब का कारोबार करने वालों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर राजगीर के विधायक कौशल किशोर, एमएलसी नीरज कुमार, एमएलसी संजय सिंह गांधी, मुख्य सचिव आमिर सुब्हानी, सीएम के प्रधान सचिव डा एस सिद्घार्थ, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक, डीजीपी एस के सिंघल, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, जीविका के सीएमडी बाला मुरुगन डी, आईजी पटना राकेश राठी, डीएम पटना डा चंद्रशेखर सिंह तथा नगर आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।