कायस्थ संगठनों के साझा मंच की पहली वर्चुअल मीटिंग संपन्न
पटना, 21 दिसंबर. कायस्थ संगठनों के साझा मंच की पहली वर्चुअल मीटिंग संपन्न हो गयी, जिसमें कायस्थ समाज के संगठन को सशक्त बनाने पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी।
जनता दल यूनाईटेड प्रवक्ता और कायस्थ शिरोमणि राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में देश और विदेश में संचालित कायस्थ संगठनों के साझा मंच की पहली वर्चुअल मीटिंग संपन्न हो गयी। मीटिंग के दौरान साझा मंच के औचित्य, आरक्षण, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड चुनाव, राजनीतिक सामाजिक आर्थिक सशक्तीकरण, महत्वपूर्ण कायस्थ राजनेताओं से साझा मंच के बारे में बातचीत एवं उत्तर प्रदेश -उत्तराखंड चुनाव के लिए समन्वय समिति जैसे विषयों पर विस्तार से विमर्श हुआ।
मीटिंग के दौरान जर्मनी से नेहा निरुपम दुबई से शक्ति शेखर नेपाल से अनिल कर्ण, रंजीत कर्ण निवर्तमान संविधान सभा सदस्य, नेपाली कांग्रेस के केन्द्रीय नेता, डा. मीना कर्ण, संजीव कर्ण, डा. संजीव कर्ण, उज्जवल प्रशांत, पार्थो सरकार, दिलीप दास, अजय कर्ण, राजकमार कर्ण, राजकुमार दास, डा. पूनम वर्मा, कतर से जीवन आनंद, यूरोप से राजीव कंठ, आस्ट्रेलिया से अनीस चौधरी ने वैश्विक संदर्भ में अपने विचार साझा किये।
वर्चुअल मीटिंग में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से डाक्टर मुकेश श्रीवास्तव, मुकुल श्रीवास्तव, विकास बक्शी, संजय श्रीवास्तव,अनिल श्रीवास्तव, पवन सक्सेना, आलोक श्रीवास्तव, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से कुमार शिशिर सिन्हा, सुशील श्रीवास्तव, दीपक अभिषेक, संजय सिन्हा, डाक्टर रितुराज, चेपोफ से धीरेंद्र प्रसाद सिन्हा, कायस्थ वृंद की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर ज्योति श्रीवास्तव, नेशनल कायस्थ ऐक्शन कमिटी के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव, मिशन दो करोड़ अंतरराष्ट्रीय से राजेंद्र कर्ण, राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार श्रीवास्तव, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, अनिल कर्ण अंतराष्ट्रीय संयोजक नेपाल चंद्र शेखर खरे, कायस्थ विचार फाउंडेशन (रजि.दिल्ली) के अरूण कुमार सिन्हा, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप प्रधान, के साथ कायस्थ संगठन के कई सदस्य और अधिकारी ने हिस्सा लिया। इस दौरान एबीकेएम के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर मुकेश श्रीवास्तव के संयोजकत्व में उत्तरप्रदेश चुनाव के लिए समन्वय समिति का गठन हुआ।
इस अवसर पर (जदयू) प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कायस्थ संगठनों का साझा मंच अब समय की मांग है और संगठित होने से ही कायस्थ समाज का विकास हो सकता है। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज मिलकर अपना सांगठनिक ढांचा मजबूत करें। संगठन सशक्त होने पर समाज का राजनीतिक पहचान बनेगा तथा समाज के ज्वलंत समस्याओं का निदान होगा। उन्होंने कहा कायस्थ अपनी एकता की शक्ति को पहचानने लगे हैं। कायस्थ साझा मंच सिर्फ एक ग्रुप नहीं बल्कि एक परिवार है। यह एक शुरुआत है अपनो से अपनों को मिलाते हुये नवीन विचारों एवं क्रियात्मकता से परिपूर्ण उपवन को सजोने की है। सभी कायस्थ संगठन यदि एक मंच पर आ जायें तो विचारों की बगिया बागवान बनने मे देर नहीं लगेगी।
उन्होंने कहा कायस्थ संगठनों का साझा मंच बने, इसकी प्रक्रिया आरम्भ कर दी गयी है। राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के लिए साझा मंच समय की मांग है। साझा मंच का उद्देश्य सम्पूर्ण कायस्थ समाज को संगठित, उन्नत एवं सशक्त करना है। बदलते परिवेश में कायस्थ समाज को धरातल पर काम करते हुए समाज एवं देश को मजबूत बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कायस्थ परिवार के सभी लोगों को एक मंच पर लाने की वे हर संभव कोशिश करेंगे और संगठन को मजबूत बनाने के लिए अपना योगदान देंगे।
मीटिंग को मुख्य रूप से पत्रकार और समाज सेवी मधुप मणि “पिक्कू”, शेखर धर, कमल किशोर, प्रेम कुमार, देव कुमार लाल, सम्पन्नता वरुण, रिद्धिमा श्रीवास्तव, अभिषेक शंकर, अमित प्रकाश श्रीवास्तव, पूनम वर्मा, मनोज लाल दास मनु, अतुल आनंद सन्नु, कुमार आर्यन ने भी सम्बोधित किया।