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‘आश्रम’ पर बढ़ा बवाल, हिंदू संतों को विवादित तरीके से पेश करने पर प्रकाश झा और बॉबी देओल को नोटिस जारी

बॉबी देओल के लीड रोल और प्रकाश झा के प्रॉडक्शन में बनी सुपरहिट वेब सीरीज ‘आश्रम’ पर बवाल बढ़ गया है. जोधपुर की एक अदालत ने वेब सीरीज आश्रम में एक हिंदू संत को विवादास्पद तरीके से दिखाए जाने से जुड़ी याचिका पर सोमवार को फिल्मकार प्रकाश झा और अभिनेता बॉबी देओल को नोटिस जारी कर उनका जवाब मांगा है. हालांकि इस सीरीज के 2 सीजन रिलीज हो चुके हैं जो काफी हिट रहे हैं और लोगों को पसंद आए हैं. कुछ लोगों का आरोप है कि इस वेब सीरीज के जरिए उनकी धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही हैं और इसे बैन किया जाना चाहिए.

वेब सीरीज में बॉबी देओल मुख्य भूमिका में काशीपुर वाले बाबा निराला की भूमिका निभाई थी. सीरीज में दिखाया गया है कि बाबा निराला अपने आध्यात्मिक आश्रम की आड़ में ड्रग्स और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे दंडनीय अपराधों के लिये दोषी ठहराए जाने के बाद जेल की सजा भुगत रहे हैं.

खंडेलवाल ने अपनी याचिका में दावा किया है की, “हिंदू संत के तौर पर देओल के किरदार से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं जो संतों का सम्मान करते हैं और उन्हें पूजते हैं. दुष्कर्मी, भ्रष्ट और मादक द्रव्यों के कारोबारी के तौर पर दिखाए गए उनके किरदार से हिंदुओं के मन में संतों के प्रति जो भावना है वह प्रभावित होती है.”

इससे पहले पुलिस में शिकायत देकर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया था लेकिन स्थानीय पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने इसी अनुरोध के साथ अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत का रुख किया. इस अदालत से याचिका खारिज होने के बाद खंडेलवाल ने जोधपुर जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत में निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी.

अब जोधपुर कोर्ट ने सीरीज के लीड ऐक्टर बॉबी देओल और प्रड्यूसर प्रकाश झा को नोटिज जारी कर दिए हैं. जिला और सेशन कोर्ट में रविंद्र जोशी की अदालत ने यह आदेश वकील कुश खंडेलवाल की याचिका पर दिए हैं. हालांकि कोर्ट ने बॉबी देओल और प्रकाश झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के आदेश देने से इनकार किया है. इस मामले में अगली सुनवाई 11 जनवरी को तय की है. एक दोषी ‘संत’ के नाम से मिलती जुलती वेब सीरीज आश्रम के खिलाफ याचिका दायर की गई है.