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गुपकार पर सियासत:शाह ने कहा- गुपकार गैंग बर्दाश्त नहीं, महबूबा और अब्दुल्ला ने साधा निशाना

जम्मू-कश्मीर में बने गुपकार अलायंस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि गुपकार गैंग अब ग्लोबल हो रहा है। वे जम्मू-कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहते हैं। क्या सोनिया और राहुल गांधी इनका समर्थन करते हैं? उन्हें इस पर अपना रुख साफ करना चाहिए। भारत के लोग देश के खिलाफ किसी ग्लोबल गठबंधन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने ‘गुपकर गैंग’ वाली टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर मंगलवार को पलटवार किया। मुफ्ती ने कहा कि इस तरह का बयान बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से लोगों को ध्यान हटाने के लिए दिया गया है। महबूबा ने कहा कि खुद को मसीहा और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को देश का दुश्मन की तरह पेश कर भारत को बांटने के भाजपा के हथकंडा का अनुमान लगाया जा सकता है।

शाह ने कहा- गुपकार गैंग और कांग्रेस मिलकर जम्मू-कश्मीर को आतंक और बर्बादी के दौर में वापस ले जाना चाहते हैं। आर्टिकल 370 हटने से दलितों, महिलाओं और आदिवासियों को अधिकार मिले हैं। कांग्रेस और गुपकार गैंग मिलकर उनके अधिकार छीनना चाहते हैं। यही वजह है कि हर जगह लोगों ने उन्हें नकार दिया है। गृह मंत्री शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। भारत के लोग देश के खिलाफ किसी अंतरराष्ट्रीय गठबंधन को सहन नहीं करेंगे। या तो गुपकार गैंग को देश के मूड के साथ चलना होगा या फिर लोग उसे डुबा देंगे। शाह से पहले सोमवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुपकार अलायंस और कांग्रेस पर हमला बोला था।

वहीं, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह राजनीतिक गठबंधन द्वारा आगामी निकाय चुनाव लड़ने का निर्णय करने तथा भाजपा और उसके सहयोगियों के लिए खुला मैदान नहीं छोड़ने से उपजी कुंठा है। शाह के ट्वीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम गैंग नहीं हैं अमित शाह जी, हम वैध राजनीतिक गठबंधन हैं जिसने चुनाव लड़े हैं और लड़ते रहेंगे और यही बात आपको परेशान कर रही है।उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं माननीय गृहमंत्री के इस हमले के पीछे की कुंठा समझ सकता हूं। उन्हें बताया गया था कि यह गठबंधन चुनाव का बहिष्कार करने की तैयारी कर रहा है। इससे भाजपा और नवगठित दल को खुला मैदान मिल जाता। हमने उनकी उम्मीदें पूरी नहीं की।’ उन्होंने कहा कि केवल जम्मू कश्मीर के नेताओं को चुनाव में हिस्सा लेने एवं लोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए हिरासत में लिया जा सकता है और राष्ट्र-विरोधी कहा जा सकता है।

पीडीपी प्रमुख ने सवाल किया कि क्या गठबंधन में चुनाव लड़ना भी अब राष्ट्रविरोधी हो गया है। उन्होंने कहा कि सत्ता की अपनी भूख में भाजपा कई गठबंधन कर सकती है लेकिन एकजुट मंच बनाकर हम किस तरह राष्ट्रीय हितों को कमजोर कर रहे हैं। पहले भाजपा ने यह विमर्श चलाया कि टुकड़े टुकड़े गैंग ने भारत की संप्रभुता को धमकी दी है और अब वे ‘गुपकर गैंग आक्षेप से हमें राष्ट्रविरोधी साबित करना चाहते हैं। विडंबना है कि भाजपा खुद सरेआम संविधान का उल्लंघन करती है।