लम्बे अंतराल के बाद हुआ भगवान श्री चित्रगुप्त का मासिक पूजनोत्सव
रविवार को करोना के सावधानियों को ध्यान में रखते हुए एक लंबे अंतराल के कायस्थ वाहिनी द्वारा स्थानीय श्री चित्रगुप्त मंदिर में भगवान श्री चित्रगुप्त की मासिक पूजा सम्पन्न हुई। इस अवसर पर कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा के द्वारा भगवान श्री चित्रगुप्त की विधिवत पूजा अर्चना की गई विदित हो कि वाहिनी के द्वारा प्रत्येक महीने के पहले रविवार को भगवान श्री चित्रगुप्त की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है।
पूजा के पश्चात कायस्थ वाहिनी के गोपालगंज जिला ईकाई कि मासिक बैठक की गयी । चुनावी माहौल में आयोजित मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि
कायस्थ राजनीति में हमेशा शीर्ष पर रहा चाहे संविधान निर्माता डा. राजेन्द्र प्रसाद रहें हों , डा. सच्चिदानंद सिन्हा हों , जे बी पटनायक हों , बीजू पटनायक हों , ज्योति बसु रहें हों , बाला साहेब ठाकरे रहें हों , मनोहर पर्रीकर रहें हों या उसके बाद की पीढ़ी के सुबोध कांत सहाय , यशवंत सिन्हा , शत्रुघ्न सिन्हा , रविशंकर प्रसाद , राजीव रंजन , नवीन पटनायक , धर्मेन्द्र प्रधान , अमिताभ बच्चन लेकिन इन्होंने कभी अपनी जाति का भला नहीं किया जबकि भारतीय राजनीति की रीढ़ ही जातिवाद है। नतीजा है कि आज कायस्थ हाशिए पर चले आये है । अगर आप शीर्ष पर पहुँच कर नीचे देखने की जरुरत नहीं समझेंगे तो जमीन तो खिसकनी तय ही है न? तो फिर अब पछतावा क्यों ?
कायस्थ नेताओं द्वारा अकसर सारा दोष कायस्थ मतदाताओं को दिया जाता रहा है कि कायस्थ जाति वाद पर वोट नहीं डालते इसलिए कायस्थ की राजनीति में उपेक्षा है। बात तो एकदम सही है कि कायस्थ अपनी जाति के नाम पर समर्थन नहीं करते मगर क्यों? ये अहम प्रश्न है। सच्चाई तो ये है कि कायस्थ नेता बरसाती कायस्थ होते हैं। ये अचानक चुनाव के समय कायस्थ बन जाते हैं और चुनाव समाप्त होते ही प्रबुद्ध बुद्धिजीवी बन जाते हैं जिन्हें ईश्वर ने न्याय संगत और संवैधानिक निष्पक्षता की प्रतिमूर्ति बनाया है। वो ये भूल जाते हैं कि जब तक आप ये साबित नहीं करते कि कायस्थ समाज आपके पीछे खड़ा है , कायस्थ वोट पर एक मात्र आपकी ही पकड़ है तब तक कोई भी पार्टी आपको टिकट नहीं देगी क्योंकि पार्टियाँ जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट देती हैं। जब तक आप अपने समाज के बीच लगातार नहीं रहेंगे , समाज हित की बात नहीं करेंगे , समाज के लोंगों से जुड़ेगे नहीं , समाज उत्थान में योगदान नहीं देंगे तब तक समाज आपके पीछे खड़ा नहीं रहेगा। ये तब तक संभव नहीं है जब तक आप जमीनी स्तर पर समाज में अपनी पैठ नहीं बना लेते। कुकरमुत्ते की तरह चुनावी कायस्थ बनने से कायस्थ मतदाता आपसे नहीं जुड़ेगा।
जब तक आप ये सिद्ध नहीं कर देते कि आपकी पकड़ अपने समाज के मतों पर है तब तक उपेक्षा होती रहेगी इसके लिए कायस्थ समाज नहीं समाज का नेतृत्व जिम्मेदार है। राजनीति अल्पकालिक व्यवसाय नहीं है जमीन पर रहना पड़ता है। सुख दुख बांटना पड़ता तब सफलता मिलती है। इसलिए जिसे भी राजनीति में अपने कैरियर बनाना है उसे घोर जातिवादी बनना पड़ेगा उसके बाद आपको टिकट मांगना नहीं पड़ेगा टिकट चल कर आएगा आपके पास। भारतीय राजनीति को जातिवाद से अलग रखना निरर्थक प्रयास है। आज जातिवादी राजनीति के दम पर सभी समाज लगातार प्रगतिशील है सिवाय कायस्थों के। इसका सारा दोष उन सेलिब्रिटी कायस्थों को जाता है जो सिर्फ चुनावी कायस्थ बनकर कायस्थों का वोट पाना चाहते हैं ।इसके लिए समाज से जुड़ना पड़ता है , समाज के सुख दुख में शामिल होना पड़ता , समाज हित की बातों को हर मंच पर उठाना पड़ता है। यह एक लंबी प्रकिया है इसमें लगातार लगना पड़ता है दिखावा से काम नहीं चलता।
इसलिए किसी पार्टी पर या मतदाताओं पर आरोप मत लगाइए स्वयं की गिरेबान में देखिए कि इसके लिए दोषी कौन है ? जाहिर सी बात है स्वयं का चेहरा नजर आएगा। अभी अन्य पार्टियों की लिस्ट आनी बाकि है पर बहुत उम्मीद नहीं है। अभी भी समय है कायस्थ नेता स्वयं को जमीन पर लाएं और समाज से जुड़ने का प्रयास करें। पेड़ कितना भी विशाल हो जमीन से कटने से सुख जाता है। यही हाल कायस्थ समाज का है। जब जागे तभी सवेरा। अंत में अपील करना चाहूंगा कि आप घरों से निकले बूथ तक जाएं और अपने मताधिकार का सही प्रयोग करें।
बैठक की समाप्ति युवा सचिन सावन कुमार सिन्हा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ आने वाले अतिथियों का धन्यवाद देते हूए सावन सिन्हा ने समाज से अपने मताधिकार के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि आप अपना शत् प्रतिशत मतदान अवश्य ही करें ।
इस अवसर पर प्रशांत कुमार सिन्हा, सुधांशु वर्मा, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, विकास कुमार श्रीवास्तव, संजय सिन्हा, अमित कुमार श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, राजीव रंजन के साथ ही साथ काफी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।
यह जानकारी जिला सचिव विकास कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।