पप्पू यादव बोले- 30 साल लालू-नीतीश को दिया, 3 वर्ष हमें दे दीजिए, ऐसा नहीं हुआ तो राजनीति से ले लूंगा संन्यास
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान तेज हो गया है. इस क्रम में प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक एलायंस (PDA) के संयोजक पप्पू यादव ने कहा कि पीडीए अगर सत्ता में आई तो अगले 5 सालों में 40 लाख नए रोजगार के अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों की हालत बुरी है. पढ़ाई व रोजागार के लिए युवा और मजदूर पलायन को मजबूर हैं.
बाढ़ आए तो पप्पू, चमकी बुखार आए तो पप्पू, एनआरसी का मुद्दा हो तो पप्पू, नियोजित शिक्षक के लिए आवाज उठाने लाठी खाए पप्पू, प्रवासी मजदूरों को कोरोना काल में बिहार में लाए पप्पू. जब आपके लिए हर जगह आपका यह भाई पप्पू खड़ा रहता है, तो आप एक बार पप्पू के हाथों को मजबूत करें. उक्त बातें प्रगतिशील जनतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने रोहतास प्रखंड के कुशडिहरा मैदान में चुनावी जनसभा में कही.
उन्होंने औरंगाबाद, जमुई, नवादा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ’30 साल आपने लालू-नीतीश को दिया, तीन साल पप्पू को दीजिए. तीन साल के भीतर प्रतिज्ञा पत्र के अनुरूप काम नहीं हुआ तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा.’
जाप नेता ने कहा कि अगर हमारी सरकार बनती है, तो तीन साल के अंदर बिहार की काया पलट देंगे. सारे बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिलने तक आठ हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देंगे. मैट्रिक पास करने वाली सभी छात्राओं को स्कूटी, आईए पास करने वाले छात्र को बाइक देंगे. इसके अलावा बिहार में किसी भी महिला या बेटी पर आंख उठाने वाले व्यक्ति को कड़ी सजा मिलेगी. या तो वह रहेगा या पप्पू यादव.
जन अधिकार पार्टी (जाप) के प्रमुख ने कहा, मेरी लड़ाई आपको डर-अभाव से बाहर निकालने की है. सत्ता की मलाई खाने के लिए नहीं है. सत्ता में आने के दो साल के भीतर 30 हजार स्नातक पास युवाओं को नौकरी देंगे. नियोजित और संविदा पर बहाली नहीं होगी, सभी नियुक्तियां स्थाई रुप से की जाएंगी. जाप अध्यक्ष ने कहा कि, हम सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे, जिससे सरकारी दफ्तरों में भ्रष्ट अधिकारियों को पकड़ा जा सके. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं पर सियासी हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, हमारी पार्टी हर विपरीत परिस्थिति में आम जनता के बीच रही और लोगों तक मदद पहुंचाई. आज सभी दलों के नेता हेलीकॉप्टर से वोट मांगने के लिए घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि जब जनता के पास खाने के लिए राशन तक नहीं था, तब वे लोग कहां थे?
श्री यादव ने नीतीश कुमार व सुशील कुमार मोदी पर तंज करते हुए कहा कि कोरोना काल में चौरासी हज़ार करोड़ बीमारी के नाम पर खर्च किया, मगर एक भी गरीब का इलाज नहीं हुआ. मैंने प्रवासी मजदूर के लिए सोलह करोड़ रुपये गरीबों के खाते में डलवाया है. प्रवासी मजदूरों को खाना पहुंचाने के लिए खुद रात दिन एक किया हूं. आपलोग एकबार मुझे मौका दें. मैं बिहार का नक्शा बदल दूंगा.