प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की 11वे राष्ट्रीय परिषद की बैठक संपन्न
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित 11वे राष्ट्रीय परिषद की बैठक 08 जून 2024 से 10 जून 2024 तक चंडीगढ़ शहर में हुई। इस आयोजन का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग, नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत में निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों को एक साथ लाना था। चंडीगढ़ ने इस प्रतिष्ठित सभा के लिए एक मनोरम पृष्ठभूमि प्रदान की।
11वे राष्ट्रीय परिषद की बैठक का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रोटरी के वर्ल्ड प्रेसिडेंट 2021-22 शेखर मेहता, हॉकी वर्ल्ड के पूर्व कप्तान असलम शेख खान, MLA, पूर्व मंत्री मुरारी गौतम प्रसाद, पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद, पासवा के नैशनल वाइस प्रेसिडेंट फादर पीटर, एवं पासवा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. एसपी वर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने इस आयोजन के बारे में उत्साह व्यक्त किया और शिक्षा को आगे बढ़ाने और बच्चों के कल्याण को सुनिश्चित करने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करने में इसके महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान चर्चा, सहयोग और साझा अनुभवों से राष्ट्र के शैक्षिक परिदृश्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद थी। शमायल अहमद ने शिक्षकों को संबोधित किया और शॉर्ट नोटिस पर 11वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए उनकी भारी प्रतिक्रिया के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि रोटरी वर्ल्ड प्रेसिडेंट 2021- 22 शेखर मेहता ने भारत में शिक्षा के रूप में निजी स्कूलों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भूरी भूरी प्रशंसा की
साथ ही अशिक्षित वयस्को को भी शिक्षित करने में निजी विद्यालयों से रोटरी का सहयोग करने पर बल दिया।
माननीय मंत्री गौतम मुरारी ने सरकारी स्कूलों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विषय विशेषज्ञों की कमी के कारण सरकारी स्कूल प्रणाली पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों का उपयोग बच्चों को शिक्षित करने के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है, और देश में सरकारी स्कूलों का प्रबंधन गहरी चिंता का विषय है।ऐसे में प्राइवेट स्कूलों ने देश के नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का काम किया है जिसके कारण देश का मानचित्र शिखर पर मनोनीत है।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने देश भर से आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया एवं सफलतापूर्ण तीन दिवसीय अधिवेशन के संपन्न होने पर धन्यवाद दिया।
अपने भाषण में उन्होंने ने सदैव की भाती आगे भी निजी विद्यालयों द्वारा छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात की उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केंद्रीय बजट 2024-25 में शिक्षा क्षेत्र के लिए धन के अब तक के सबसे अधिक आवंटन के बावजूद, सरकार परीक्षा आयोजित करने के लिए परीक्षा केंद्र बनाने में असमर्थ है। उन्होंने इसे विडंबना ही बताया कि शिक्षा क्षेत्र को भारी भरकम बजट मिला है, लेकिन सरकार निजी स्कूलों को उनके परिसरों में परीक्षा आयोजित करने के लिए लक्षित कर रही है।
मुख्य अतिथि एवं हॉकी के पूर्व कप्तान असलम शेर खान ने देश भर से आए हुए 250 से अधिक शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए देश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में उन सभी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह निजी स्कूल हैं जिन्होंने भारत को महाशक्तियों की लीग तक पहुंचने में मदद की है और रिवर्स ब्रेन ड्रेन शुरू हो गया है, जो विश्व नेता के रूप में भारत की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित कर रहा है।
प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. एसपी वर्मा ने सभा को संबोधित किया और एसोसिएशन के बैनर तले पूरे भारत से 2 लाख निजी स्कूलों को एक साथ लाने में सैयद शमायल अहमद के नेतृत्व के प्रयासों की सराहना की।
11 वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक के उद्घाटन सत्र में निजी स्कूल के निदेशकों को नेतृत्व पुरस्कार और पूरे भारत में निजी स्कूलों को प्रेरित करने के लिए पुरस्कारों की अन्य श्रृंखलाओं से सम्मानित किया गया।