बिहार और झारखंड में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए सीएससी और सिडबी में समझौता
लखनऊ: 27 फरवरी, 2024:झारखंड और बिहार में युवा उद्यमियों के लिए खुशखबरी है. दरअसल भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और सीएससी एसपीवी ने बिहार और झारखंड में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया है. सिडबी के हेडक्वार्टर लखनऊ में हुए इस समझौते का उद्देश्य राज्यों को स्टार्टअप केंद्र में बदलना, अर्थव्यवस्था और समाज की जटिल समस्याओं को हल करने के लिए नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप को आर्थिक रूप से फलने-फूलने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए स्वावलंबन कनेक्ट केंद्र स्थापित किए जाएंगे. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) भारत में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम वित्त कंपनियों के समग्र लाइसेंसिंग और विनियमन के लिए शीर्ष नियामक निकाय है. यह वित्त मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है.
एससीके का उद्देश्य इच्छुक उद्यमियों को जागरूक करना, कौशल को बढ़ावा देना और रोजगार सृजन के लिए मार्गदर्शन करने के लिए वन-स्टॉप सेंटर के रूप में उभरना है. ये केंद्र स्थानीय प्रतिभा और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे. बिहार में 35 और झारखंड में ऐसे 16 केंद्र खोले जायेंगे. एससीके नए सिरे से उद्यम स्थापित करने में मदद करेगा और मौजूदा आजीविका/उद्यमों को बढ़ने में सहायता भी प्रदान करेगा.
शिवसुब्रमण्यम रमन, चेयरमैन-सिडबी ने कहा, “सिडबी युवाओं की उद्यमशीलता आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. नए उद्यमों के लिए वित्त, परामर्श और बाजार तक पहुंच कुछ ऐसे कारक हैं जो स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की राह आसान बनाते हैं, और सीएससी-सिडबी की भागीदारी इन्हीं जरूरतों को पूरा करेगी.”
इस मौके पर सीएससी एसपीवी के एमडी-सीईओ संजय राकेश ने कहा, “डिजिटल सशक्तिकरण तेजी से ग्रामीण भारत में बदलाव ला रहा है. सीएससी पहले से ही अपनी ग्रामीण उद्यमिता के लिए पहचाना जाता है. हम देश भर में एक बड़े नेटवर्क के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा दे रहे हैं. सिडबी के साथ साझेदारी से ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता के लिए संभावनाओं में इजाफा होगा जिससे इन इलाकों में समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.”
सिडबी के बारे में:
1990 में अपने गठन के बाद से, सिडबी अपने एकीकृत, नवीन और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से समाज के विभिन्न स्तरों के नागरिकों के जीवन को प्रभावित कर रहा है. चाहे वह पारंपरिक, घरेलू छोटे उद्यमी हों, निचले स्तर के उद्यमी हों, उच्च स्तर के ज्ञान-आधारित उद्यमी हों, सिडबी ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न क्रेडिट और विकासात्मक गतिविधियों के माध्यम से सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) के जीवन को प्रभावित किया है. इस संस्थान के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://www.sidbi.in/
सीएससी के बारे में
सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) डिजिटल इंडिया मिशन का एक अभिन्न अंग हैं. वे देश भर के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में डिजिटल इंडिया सेवाओं की डिलीवरी करते हैं. ये सीएससी केंद्र डिजिटल इंडिया के विज़न को हासिल करने और डिजिटल और वित्तीय रूप से समावेशी समाज के लिए सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में योगदान देते हैं.सीएससी गवर्नेंस को बेहतर करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में ई-सेवाएं मुहैया कराते हैं. जरूरी सरकारी और सार्वजनिक उपयोगिता सेवाएं प्रदान करने के अलावा, सीएससी कई सामाजिक कल्याण योजनाएं, वित्तीय सेवाएं, शैक्षिक पाठ्यक्रम, कौशल विकास पाठ्यक्रम, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि सेवाएं और डिजिटल साक्षरता भी प्रदान करते हैं.