धनखड़ ने विद्यार्थियों से शांति, प्रगति और सतत विकास का न्यासी बनने का किया आग्रह

नयी दिल्ली 21 फरवरी (वार्ता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन में नालंदा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से बातचीत की जिनमें भारत और 11 देशों के छात्र शामिल रहे।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने बुधवार काे यहां बताया कि नालंदा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन परिसर में श्री धनखड़ से मिला। यह प्रतिनिधिमंडल उपराष्ट्रपति के निमंत्रण पर आया था।
उपराष्ट्रपति ने बातचीत में विद्यार्थियों से शांति, प्रगति और सतत विकास का ट्रस्टी बनने का आग्रह किया। उन्होंने भारतीय सभ्यतागत लोकाचार के शाश्वत योगदान पर भी प्रकाश डाला।
प्रतिनिधिमंडल में भारत तथा 11 देशों भूटान, वियतनाम, बंगलादेश, इंडोनेशिया, म्यांमार, लाओस, नेपाल, अर्जेंटीना, केन्या, थाईलैंड और युगांडा के विद्यार्थी शामिल थे। उपराष्ट्रपति ने नालंदा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से बातचीत में बिहार राज्य की अपनी पहली यात्रा में नालंदा विश्वविद्यालय के दौर यात्रा को याद किया।
श्री धनखड़ ने नालंदा के इतिहास और इसके ‘शक्तिशाली ब्रांड’ पर बातचीत की और विद्यार्थियों को अपनी विरासत को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उपराष्ट्रपति से मिलने नालंदा विश्वविद्यालय के डॉ. बी.सी. अंबिका प्रसाद पाणि, डॉ. पूजा डबराल और डॉ. तोसाबंता पधान तथा 23 विद्यार्थियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ आए।
सत्या, उप्रेती
वार्ता