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परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर पर अवैध वसूली का आरोप

पूर्णिया में परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर पर ट्रैक्टर संचालकों ने अवैध वसूली का आरोप लगाया है। आरोपों को लेकर ट्रैक्टर संचालकों ने प्रमंडलीय आयुक्त से लेकर परिवहन विभाग पटना तक आवेदन किया है। ट्रैक्टर एसोसिएशन के सदस्यों का आरोप है कि परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद ओवर लोडिंग ट्रैक्टरों के चालान न करने के एवज में रिश्वत अपने सहयोगी विजय कुमार के यूपीआई पर लेते हैं। इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद ने इन आरोपों का खारिज किया है।ट्रैक्टर एसोसिएशन पूर्णिया से जुड़े ट्रैक्टर संचालकों ने परिवहन विभाग पटना से लेकर प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम और डीटीओ को आवेदन देकर परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद के खिलाफ शिकायत की है। इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद पूर्व में भी विवादों के घेरे में रह चुके हैं। उन पर निगरानी विभाग में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला चल रहा है।

जिला ट्रैक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरु दयाल सिंह ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद ओवर लोडिंग का हवाला देकर पहले भारी भरकम फाइन भरने की बात कहते हैं। इसके बाद फाइन से बचने के लिए वे 5-10 हजार रुपए की अवैध वसूली करते हैं। इससे जिले के ट्रैक्टर एसोसिएशन से जुड़े सभी सदस्य काफी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि वो लोग 25 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।

ट्रैक्टर संचालक राजकुमार ने इंस्पेक्टर श्याम नंदन प्रसाद पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 15 मार्च की दोपहर में 10 हजार रिश्वत ली गई। राजकुमार ने अपने फोन के जरिए रिश्वत दी। इसका स्क्रीनशॉट भी उनके पास है। ट्रैक्टर संचालक राजकुमार द्वारा आवेदन में इस नंबर पर 1 लाखों रुपए से अधिक रुपए भेजे जाने का आरोप लगाया है। ट्रैक्टर संचालकों ने कहा कि विजय कुमार उनका सहयोगी है।वे अवैध वसूली के रुपए इसी यूपीआई आईडी पर मंगवाते हैं। समूचे मामले को लेकर इंस्पेक्टर की संदिग्ध भूमिका की जांच कराई जानी चाहिए। ताकि सच सामने आ सके।

बता दें कि दिसंबर 2019 में निगरानी ब्यूरो ने तब समस्तीपुर में प्रतिनियुक्त रहे परिवहन इंस्पेक्टर श्यामनंदन प्रसाद के 3 ठिकानों पर छापेमारी की थी। निगरानी की टीम ने पटना के सैदपुर स्थित शिवम अपार्टमेंट, कंकड़बाग मुन्नाचक व समस्तीपुर के मुसरी घरारी में छापेमारी की थी। निगरानी थाने में श्याम नंदन प्रसाद के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज है। तब प्रवर्तन निरीक्षक की दूसरी पत्नी बबिता कुमारी की शिकायत के आधार पर ही निगरानी जांच शुरू हुई थी। बबीता कुमारी ने 3 अगस्त 2018 में भागलपुर के जिला लोक शिकायत पदाधिकारी व निगरानी विभाग के पास परिवाद पत्र भेजा था। दिसंबर 2019 में निगरानी की छापेमारी के दौरान श्याम नंदन की करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता चला था। तब गाजियाबाद में इंस्पैक्टर की पत्नी के नाम पर 3 फ्लैट मिले थे।