सरकार द्वारा मजदूर आंदोलन को कमजोर करने की हो रही साजिश – इंटक
पटना 1 मई राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक बिहार के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर मजदूर आंदोलन में शहीद हुए लोगों को याद कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर गांधी मैदान स्थित जे पी गोलंबर से डाकबंगला चौराहा तक मजदूरों का एक जुलूस निकाला गया.
जुलूस में शामिल मजदूरों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि देश में जहां लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश हो रही है,दूसरी ओर देश के मजदूर आंदोलन को कमजोर करने के लिए श्रम कानूनों में व्यवसाय में सुगमता के लिए संशोधन कर श्रमिकों के अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है.आजादी के 75 वर्ष बाद भी देश में मजदूरों की पहचान ही संकट बनी हुई है,जब तक विभिन्न क्षेत्रों के मजदूरों की पहचान सुनिश्चित नहीं की जाती है उन्हें कानून रहने के बावजूद सामाजिक सुरक्षा एवं अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है.
श्री सिंह ने सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों को एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों का कार्यान्वयन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और अस्थाई प्रकृति के कार्यों में ठेका प्रथा को मजबूत किया जा रहा है.138 वर्ष पहले मजदूरों के संघर्ष एवं उनकी आहुति से 8 घंटे की 8 कार्य अवधि तय हुई थी.जो अब 8 घंटे के बदले 12 घंटे की कार्य अवधि की प्रथा मजबूत हो रही है.
श्री सिंह ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी देश के 45 करोड़ मजदूरों को जीवन यापन योग्य न्यूनतम मजदूरी सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा दुर्घटना बीमा एवं पेंशन आदि की सुविधा भी नहीं दी जा रही है.
श्री सिंह ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि औद्योगिक नियोजन स्थाई आदेश अधिनियम 1946 में 16 मार्च 16/3/2018 को संशोधन कर अस्थाई नियोजन को समाप्त कर दिया है और फिक्स्ड टर्म एंप्लॉयमेंट का मार्ग प्रशस्त कर इसे पूर्ण रूप से प्रबंधन पक्षी है बना दिया गया है
श्री सिंह ने यह भी बताया कि देश के सभी राज्यों के अलग-अलग कल्याण बोर्ड में निर्माण मजदूरों के कल्याण और हजारों करोड़ रुपए जमा है,परंतु निर्माण मजदूरों को उसका लाभ अभी भी सुनिश्चित नहीं कराया जा रहा है बिहार में करीब 25 सौ करोड़ से अधिक रुपए जमा रहने के बावजूद निर्माण मजदूरों को उसका संबंधित लाभ नहीं मिल पा रहा है
श्री सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार एवं श्रम सुधार के नाम पर सभी प्रमुख श्रम कानूनों को उद्योगपतियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हितों को ध्यान में रखकर संशोधन कर लागू करने की साजिश कर रही है जिसका राष्ट्र स्तर पर विरोध जारी रहेगा.
इस अवसर पर इंटक नेता सर्वश्री नंदन मंडल के के कश्यप अखिलेश कुमार पांडे नीरज कुमार वर्मा राज मोहर सिंह दिनेश पांडे रंजीत ठाकुर पीके सिंह प्रभात कुमार धर्मेंद्र कुमार विनय कुमार एवं मुकेश ठाकुर आदि ने भी संबोधित किया.