दिल्ली डायरी : आग से बचाव आपके हाथ
कमल की कलम से !
अग्नि सुरक्षा सप्ताह दिल्ली में
सुरक्षा सप्ताह में इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि ‘रोकथाम इलाज से बेहतर है’, ताकि आग से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सके.14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक मनाए जाने वाले अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य न केवल राज्य को आग के खतरों से बचाना है, बल्कि जनता के बीच सावधानी और जागरूकता पैदा करना भी है, इसमें विशेषरूप से ग्रामीण क्षेत्रों, खेत-खलिहान और कच्चे घरों को आग के खतरों से बचाना शामिल है.
अग्नि सुरक्षा सप्ताह का मूलमंत्र औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में ‘अग्नि सुरक्षा सीखें, उत्पादकता बढ़ाएँ’ है.
इस अभियान में लोगों को डिजिटल माध्यम से आग लगने की मुख्य वजहों, जैसे- बिजली का शार्ट-सर्किट, बिजली की ओवरलोडिंग, गैस सिलेंडरों का लापरवाही से इस्तेमाल, धूम्रपान आदि के बारे में जागरूक करने के साथ आपातकालीन स्थिति में मॉक ड्रिल द्वारा सुरक्षित रूप से बाहर निकलने के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है.
बात है साल 1944 की जब मुंबई डॉकयार्ड अग्निकांड में 71 जांबाज फायरकर्मियों की शहादत हो गई थी. इन्ही की याद में फायर सप्ताह की शुरूआत की गई है. यह कार्यक्रम 21 अप्रैल तक चलेगा. हर साल दिल्ली फायर सर्विस सप्ताह के रूप में मनाया है. इस अवसर पर जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली के हर इलाके में डेमोंसट्रेशन करके फायरकर्मियों की टीम यह बताने का प्रयास करती है कि आग से कैसे बचें ? इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
जागरूकता अभियान को वृहद स्तर पर ले जाने के लिए फायर ब्रिगेड के साथ इंडियन ऑयल भी मिल कर काम कर रहा है. आग की घटना से हम कैसे बचें यह एक ज्वलंत प्रश्न है ? क्योंकि आग की घटना तभी होती है, जब लापरवाही होती है. लोगों को यह भी सलाह दी गई कि कैसे वह पेट्रोलियम प्रोडक्ट को सावधानी से इस्तेमाल करें.
राष्ट्रपति जी ने एक कार्यक्रम में अलग-अलग अग्निकांड के दौरान बेहतरीन काम करने वाले फायरमैन को सम्मानित भी किया . साथ ही उन्होंने दिल्ली फायर सर्विस किस तरीके से लोगों की जान-माल की सुरक्षा करने में लगातार अग्रणी रही है, इसके बारे में भी पूरी जानकारी ली.
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग, चीफ फायर ऑफिसर वीरेंद्र सिंह, धर्मपाल भारद्वाज, डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर सुमेश कुमार दुआ, डिविजनल ऑफीसर एमके चट्टोपाध्याय, राजेंद्र अटवाल, असिस्टेंट डिवीजनल फायर ऑफिसर रविन्द्र सिंह, राजेश शुक्ला, सोमवीर सिंह, रविनाथ सहित काफी संख्या में फायरकर्मी भी मौजूद रहे. यह फायर सप्ताह आमजनों को आग से बचने के लिए हर तरह के गुर सिखाए गये.