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अशांति फैलाने वालों की हो रही पहचान, अब तक 109 गिरफ्तार-मुख्य सचिव

पटना। बिहारशरीफ तथा सासाराम में हुई घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव व डीजीपी को आवश्यक निदेश दिया है। मुख्य सचिव आमिर सुब्हानी ने प्रेस कांफें्रस कर कहा कि दो शहरों को छोड़कर सूबे में रामनवमी के दौरान कहीं हिंसक घटना नहीं हुयी है। इसके लिए गृह विभाग व राज्य का पुलिस महकमा धन्यवाद के पात्र है।

पूरे राज्य में रामनवमी के 1832 जुलूस चल रहे थे लेकिन दो स्थान बिहारशरीफ व सासाराम में कुछ अशांति फैलाने की कोशिश की गयी। कुछ घटनाएं करने का प्रयास किया गया लेकिन वरीय अधिकारियों के पर्यवेक्षण में स्थानीय जिला व पुलिस प्रशासन की सक्रियता के कारण जल्द ही काबू पाया गया। आज भी स्थिति सामान्य है। शांति व्यवस्था बहाल है। सीएम ने मामले की समीक्षा की है। तथ्यों से अवगत हुए। उन्होंने मुख्य सचिव तथा डीजीपी के माध्यम से राज्य के पूरे जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि हर कीमत पर शांति व्यवस्था बहाल की जाए। जो भी मामले में दोषी हैं गड़बड़ी करने वाले उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे सजा दिलवायी जाए।

राज्य में जो ऐसे तत्व है जो शांति भंग करन वालें है उनकी पहचान की जाएगी। राज्य सरकार इस बात पर दृढ़ है कि शांति व्यवस्था बनी रहेगी तथा किसी किस्म की गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। डीजीपी आर एस भटटी ने कहा कि विधि व्यवस्था की स्थिति अभी नियंत्रण में है। सासाराम व बिहारशरीफ में जहां घटनाएं हुए है दोनों स्थानों से कुल 109 गिरफ्तारी हुयी है। लगातार हम उनका पहचान करने में लगे हैं तथा उनकी गिरफ्तारी भी करेंगे। कानून की पूरी ताकत से उनके साथ निपटा जाएगा। राज्य की अमन शांति को भंग करने का प्रयास था इसे जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने नियंत्रित कर लिया। हम पूरी तरह निश्चिंत है कि आगे किसी तरह की कोई घटना नहीं होने देंगे। जो भी लोग होंगे उनकी पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाएंगे। जो सासाराम में कुछ लोग बम से जख्मी थे उसके लिए एफएसएल की टीम पहुंची तथा बम के अंश की जांच कर लिया कि उससे यह साबित होता है कि किसी तरह का हमला नहीं था वह व्यक्ति या तो स्वयं बम बना रहे थे या उसको हैंडल कर रहे थे।

जख्मी व्यक्ति अपराधी की श्रेणी के हैं। उनका इलाज किया जा रहा है। जब वे बेहतर हो जाएंगे तो उनसे पूछताछ कर उन्हें जेल भेजा जाएगा। जहां झोपड़ी में बम बना रहे थे वहां भी एक्सप्लोसिव के अंश में थे। प्रशासन ने तुरत कार्रवाई की गयी है। कांडों में बिल्कुल निष्पक्ष व ठोस जांच किया जाएगा। जहां जहंा भी ऐसे व्यक्ति है उन्हें एक्सपोज कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा। रामनवमी के अवसर पर हर साल अतिरिक्त बल की मांग की जाती है। इस घटना होने के बाद कुछ और कंपनी की मांग की गयी तो 4 कंपनी तैनाती की गयी है। डीजीपी श्री भटटी ने कहा कि सब चीज की जांच होगी कोई बख्शा नहीं जाएगा। सारे फुटेज की जांच होगी। इन स्थानों पर धारा 144 लगा या नहीं इस पर कोई जबाव नहीं मिला। प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव गृह विभाग चैतन्य प्रसाद, एडीजी मुख्यालय जितेन्द्र सिंह गंगवार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

श्वेता