एन मंडल की फ़िल्म ”जल ही जीवन है” काफी चर्चा में
• जल है तो कल है
• जल के बिना भी जीवन कैसा
• जल संसाधन का दुरुपयोग आनेवाली पीढ़ी के लिए घोर संकट
• जल को संरक्षण यानी अपनी आनेवाली पीढ़ी का संरक्षण
• जल संसाधन की बून्द बून्द के दुरुपयोग की कीमत हमारी आनेवाली पीढ़ी को चुकानी होगी
पटना। विश्व जल दिवस के मौके पर मिथिभोज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के साथ फिल्म निर्देशक एन मंडल अपने सोशल मीडिया से एक बेहद खूबसूरत वीडियो पोस्ट किया “जल ही जीवन है”। जिसके माध्यम से दिखाया गया है कि अगर हम जल का संरक्षण नहीं करते हैं तो आने वाले दिनों में हमें भारी जल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
हमें हमारी आने वाली पीढ़ियों को इस भारी समस्या से बचाने के लिए हमें आज ही कदम उठाना पड़ेगा और पानी के हर एक बूंद को संरक्षित करना होगा, जिस तरह लोग नल को खुला छोड़ देते हैं या फिर सार्वजनिक जल संसाधन का दुरुपयोग करते है और पानी को ऐस बहते छोड़ देते हैं। ये हमारे भविष्य और आने वाली पीढ़ी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है भूजल किस तेज़ रफ़्तार से नीचे जा रहा है इससे सारी दुनियाँ वाकिफ़ है ।
फिर भी लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं और इस अनमोल संसाधन को ऐसे ही बर्बाद कर रहे हैं। आज आज अभी से ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो जिस तरह इस वीडियो में दिखाया है शायद उससे भी बदतर समस्या न खड़ी हो जाए।
इस लघु फ़िल्म का निर्माण शिवाय प्रोडूक्शन्स के बैनर तले फ़िल्म एडिटर एवं निर्देशक एन मण्डल ने किया है।
वीडियो मिथिभोज के आधिकारिक सोशल पेज के साथ फिल्म निर्देशक एन मंडल अपने सोशल मीडिया से शेयर किया वीडियो देखते ही लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू की।
इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के आई. ए. एस. अधिकारी डॉ. हीरा लाल ने भी वीडियो देख अपनी प्रतिक्रिया दी। डॉ हीरालाल आई. ए. एस. अधिकारी होने के साथ साथ मॉडल गाँव के सलाहकार भी हैं और खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इनके कामों की काफी प्रशंसा की है। डॉ हीरा लाल को वीडियो देखते ही पुराने दिनों में बाँदा जिले में जल संरक्षण के लिए कार्य की याद आई और ट्विटर पर रिट्वीट करते हुए एक न्यूज लिंक शेयर किया जिसमें उनके ऊपर छपी लेख है कि किस तरह इन्होंने अपने अथक प्रयास से बाँदा जिला को इस घोर संकट से बचाया ।
विश्व जल दिवस के मौके पर शिवाय प्रोडूक्शन्स, एन. मण्डल और इनकी टीम ने बेहद शानदार काम किया है और लोगों को जागरूक करते हुए बताया है कि इस अनमोल संसाधन को बचाना हर इंसान का परम कर्तव्य होना चाहिए।