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आईएलओ का असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक न्याय दिलाना प्राथमिकता- आया मत्सूरा

राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) एवं आईएलओ द्वारा संयुक्त रूप से संचालित “कामगार सूचना एवं सहायता केंद्र” के तत्वावधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन चंद्रप्रकाश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष इंटक की अध्यक्षता में होटल सम्राट इंटरनेशनल में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर दक्षिण एशिया आईएलओ की जेंडर विशेषज्ञ आया मत्सूरा ने अंतरराष्ट्रीय श्रम मानक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आईएलओ का दुनिया में संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक न्याय दिलाना प्राथमिकता है। इसी वर्ष जून माह में जेनेवा में हुए 110 वां अंतरराष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में सबके लिए *व्यवसायिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा* को मौलिक अधिकार के रूप में शामिल करने के लिए संकल्प पारित किया गया है। सुश्री आया ने यह भी कहा कि बिहार में असंगठित क्षेत्र के कामगारों को संगठित कर उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही लाभकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए 12 जिलों में इंटक के द्वारा “कामगार सूचना एवं सहायता केंद्र” के माध्यम से काम चल रहा है।

कार्यक्रम में मनीष कुमार, श्रम अधीक्षक पटना ने भी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की समस्याओं एवं संबंधित सरकारी योजनाओं के बारे में चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश इंटक अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि विभिन्न जिलों में पिछले 3 माह में कम से कम 5000 श्रमिकों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें श्रमिक संघ के साथ जोड़ा जा रहा है।
वैशाली लाहिड़ी, राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा कि इसी माह में 24-25 नवंबर को काठमांडू में इस अभियान से जुड़े दक्षिण एशिया के श्रमिक संगठनों की बैठक में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को संगठित करने में आ रही चुनौतियों की समीक्षा के साथ ही अगले वर्ष के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी।

इस बीच सुश्री आया ने श्रम संसाधन विभाग के विशेष सचिव आलोक कुमार से मुलाकात कर आईएलओ द्वारा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को संगठित करने के लिए चलाए जा रहे प्रयास की जानकारी दी। इस अवसर पर विशेष सचिव ने भी सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे लाभकारी योजनाओं के बारे में चर्चा की।

जागरूकता कार्यक्रम में इंटक के महामंत्री श्रीनंदन मंडल, आलोक रंजन, अखिलेश पांडे, प्रभात कुमार सिन्हा, धर्मेंद्र कुमार, संगीता गुप्ता, पवन कुमार, मदन प्रसाद एवं सरिता देवी आदि के अतिरिक्त विभिन्न जिलों के अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।