पटना- “भिखारीनामा” नाट्य प्रस्तुति सह चित्र एवं विडियो प्रदर्शनी का होगा आयोजन
भोजपुरी नाच कला एवं संस्कृति के सिरमौर भिखारी ठाकुर के संगी कलाकार पद्मश्री रामचंद्र माँझी के स्मृति में डॉ. जैनेन्द्र दोस्त के निर्देशन में “भिखारीनामा” नाट्य प्रस्तुति सह चित्र एवं विडियो प्रदर्शनी का आयोजन पटना के प्रेमचंद रंगशाला में कल शाम ६ बजे से किया जाएगा।
भिखारीनामा नाटक भिखारी ठाकुर के जीवन एवं उनके रंगकर्म पर आधारित नाटक है। इस नाटक मे भिखारी ठाकुर के जन्म से लेकर उनके नाच पार्टी बनाने तथा बिदेसिया एवं अन्य नाटक रचने तक की कहानी को दिखाया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेन्द्र कुमार राय एवं विभाग के अपर सचिव दीपक आनंद विशिष्ट अतिथि होंगे।
नाटक के निर्देशक तथा भिखारी ठाकुर के लौंडा नाच पर जेएनयू के शोधार्थी रहे डॉ. जैनेन्द्र दोस्त ने बताया कि रामचंद्र माँझी ने भिखारी ठाकुर के साथ लगभग तीस वर्षों तक कार्य किया था। उन्होंने हुए अपने नाटकों में विस्थापन की समस्या (बिदेसिया नाटक), नशाखोरी की समस्या (पिया निसइल नाटक), स्त्रियों की समस्या (बेटी-बेचवा तथा विधवा-विलाप नाटक) आदि से लगभग अस्सी वर्ष तक समाज को मनोरंजित करते हुए समाज सुधार का कार्य किया था। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए कला संस्कृति एवं युवा विभाग (बिहार सरकार) द्वारा वर्ष 2021 में लाइफ़ टाइम एचीवमेंट कला पुरस्कार, संगीत नाटक अकादमी (दिल्ली) द्वारा वर्ष 2017 में राष्ट्रपति के हाथों संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं वर्ष 2021 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इस कार्यक्रम का आयोजन भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र (छपरा) तथा कला संस्कृति एवं युवा विभाग (पटना) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इस नाटक में सरिता साज़, शिवकुमार माँझी, रघु पासवान, रामजी, चन्द्रमा राम, राहुल कुमार, बृजनाथ सिंह, रामलखन, रंजीत भोजपुरिया, मंचन कुमारी, सुनिल गावस्कर, धर्मराज, पुणेश, हिमांशु आदि कलाकार शामिल होंगे तथा मंच संचालन लारैब अकरम करेंगे।
चित्र एवं विडियो प्रदर्शनी होगा आकर्षण का केंद्र भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र पिछले 12 वर्षों से लौंडा नाच विधा एवं भिखारी ठाकुर पर रिसर्च, डॉक्युमेंटेशन के साथ-साथ उनके नाटकों की प्रस्तुति करते आ रहा है। ऐसे में केंद्र के आर्काइव में भिखारी ठाकुर जी, रामचंद्र माँझी जी सहित लौंडा नाच के अनेक पक्षों की तथा इस केंद्र के साथ उनकी यात्रा की बहुत से दुर्लभ तस्वीरें एवं वीडियो एकत्रित हैं। उनमें से कुछ चुनिंदा फ़ोटो एवं विडियो को इस कार्यक्रम में प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया जाएगा। इनका छायांकन डॉ. नरेश गौतम, शिल्पी गुलाटी, उदित खुराना, राहुल कुमार एवं डॉ. जैनेन्द्र दोस्त ने किया है।
कविता पाठ
इस कार्यक्रम में कविता पाठ का आयोजन भी किया जाएगा। इस सत्र में हिंदी एवं भोजपुरी भाषा के प्रसिद्ध युवा कवि “कारक के चिन्ह” काव्य संग्रह के लेखक डॉ. संतोष कुमार (दिल्ली) “पद्मश्री रामचंद्र मांझी” शीर्षक से चर्चित अपनी कविता का पाठ करेंगे।