गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट
पटना। जिलाधिकारी सह अध्यक्षए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि गंगा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन पूर्णत: सजग एवं तत्पर है। आपदा प्रबंधन तंत्र हरवक्त सक्रिय है। सभी एजेंसियों को एलर्ट कर दिया गया है। स्थिति पर प्रशासन की पैनी नजर है।
जिलास्तरीय वरीय पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी बाढ़ संभावित क्षेत्रों में लगातार घूम रहे हैं तथा स्थिति का जायजा ले रहें हैं। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी की गई है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि आपदा की स्थिति में सामान्य जन जीवन प्रभावित नहीं होने दी जाएगी। आम जनता को कोई समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के जान माल की सुरक्षा एवं त्वरित तथा ससमय राहत पहुँचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया एसओपी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्था की गई है। त्रुटिरहित आपदा प्रबंधन के लिए जन सहभागिता आवश्यक है। उन्होनें सभी आपात सहाय्य विभागों के बीच सार्थक समन्वय सुनिश्चित करने, सतर्कता एवं सजग रहने का निदेश दिया है। वर्ष 2021 में पटना जिलान्तर्गत 14 प्रखण्डों के 96 पंचायतों में 3.54 लाख लोग 84243 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए थे। संभावित बाढ़ 2022 के पूर्व तैयारी के तहत आपदा पीडि़त परिवारों को आनुग्रहिक राहत जीआर का भुगतान पीएफ एमएस के माध्यम से करने हेतु सभी अंचलों द्वारा विभागीय निदेशानुसार आधार सत्यापन के पश्चात कुल 178444 परिवारों की सूची आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अपलोड कर ली गई है।
संसाधन के तौर पर सरकारी नाव10, निजी नाव 380, इन्फ्लेटेबल मोटर बोट 08, भण्डारित पोलीथीन शीट्स 37 सहित अन्य संसाधनों को भी व्यवस्थित किया गया है। निबंधित नावों से एकरारनामा तथा नाव का निर्धारित दर सरकारी नाव10, पंजीकृत 380 निजी नावों के परिचालन हेतु एकरारनामा करा लिया गया है। जिले में 209 शरण स्थलों को चिन्हित किया गया है। राहत एवं बचाव के लिए 188 राहत एवं बचाव दल गठित है। सिविल सर्जन की अध्यक्षता में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि सार्थक संचार तंत्र सफ ल आपदा प्रबंधन की रीढ़ है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को इसे सुदृढ़ एवं सक्रिय रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के विभिन्न चरणों यथा आपदा का निवारण, कमी एवं आपदा के प्रति प्रत्युत्तर के लिए सम्पूर्ण तंत्र सक्रिय है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि संभावित बाढ़ से निपटने हेतु सरकार पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के जान.माल की सुरक्षा एवं ससमय राहत पहुँचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।