अत्तुनिया सोशल फाउंडेशन ने गया में किया अत्तुनिया सर्विस प्वाइंट का शुभारंभ
गया : ज्ञान की धरती गया से अत्तुनिया सोशल फाउंडेशन ने जनहित में अपने कार्य को आगे बढ़ाते हुए आमजन को विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अपने पहले अत्तुनिया सर्विस प्वाइंट का शुभारंभ किया। खंजाहापुर, मानपुर स्थित इस कार्यालय का शुभारंभ शुक्रवार को अत्तुनिया सोशल फाउंडेशन के संस्थापक सह छात्र जनशक्ति परिषद् के बिहार प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव, एएसपी के प्रबंधक मिंकु कुमार व विकास यादव के द्वारा संयुक्त रुप से फीता काटकर किया गया।
शुभारंभ के पश्चात प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अत्तुनिया सोशल फाउंडेशन के संस्थापक प्रशांत प्रताप यादव ने बताया कि अत्तुनिया फाउंडेशन ने विगत वर्ष सितंबर 2020 में अत्तुनिया डिजिटल कार्ड को लॉन्च किया था जिसका उपयोग अत्तुनिया द्वारा दिए जा रहे सेवाओं एवम् सुविधाओं का लाभ लेने के लिए किया जाता है। उन्होंने सर्विस पॉइंट के कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि अत्तुनिया डिजिटल कार्ड के उपभोक्ता को मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और मनोरंजन के क्षेत्र में चल रहे सरकारी और गैर सरकारी विभिन्न योजना का लाभ दिलवाने और योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए अत्तुनिया सर्विस प्वाइंट की शुरुआत की गई है जो की गया के आम जनता के लिए काफी सहयोगी साबित होगी। प्रशांत प्रताप ने कहा कि इस डिजिटल कार्ड से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोरकर उन्हें रोजगार मुहैया कराने की दिशा में हम निरंतर काम कर रहे हैं।
वहीं अत्तुनिया सर्विस प्वाइंट, गया जिला के प्रबंधक मिंकू कुमार ने कहा कि जिला के हर एक व्यक्ति को अत्तुनिया डिजीटल कार्ड से जोड़ना और उनको आवश्यक सेवा देना ही हमारा कार्य है। इस जनकल्याणकारी कार्य को जिले में विस्तार करने में लगभग तीन सौ युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
जबकि विकास यादव ने अपने संबोधन में कहा कि गया में ऐसे डिजिटल कार्ड के शुभारंभ से निश्चित तौर पर यहाँ के लोगों को फायदा मिलेगा।
ज्ञात हो अत्तुनिया सोशल फ़ाउंडेशन एक समाजिक संस्था है जिसकी स्थापना प्रशांत प्रताप ने 9 सितम्बर 2019 को की। इस संस्था का उद्देश्य प्रदेश को विकाश के रास्ते पर ले जाते हुए देश को समृद्ध बनाना है। समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करने हेतु समाज को शिक्षित, सुरक्षित, सशक्त, आत्मनिर्भर, खेल, मनोरंजन, युवा वर्ग को सकारात्मक मार्गदर्शन, युवाओं में नेतृत्व क्षमता को विकसित करने, महिलाओं को सशक्त करने, गरीब, असहाय, ज़रूरतमंद लोगों को आपदा और संकट के वक्त सहयोग करने एवम् अन्य कई समाज कल्याण के पहलुओं पर कार्य करना है।