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जीकेसी के सौजन्य से विश्व कायस्थ महासम्मेलन में कलाकारों ने बांधा समां

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के सौजन्य से आयोजित विश्व कायस्थ महासम्मेलन उम्मीदों का कारंवा कार्यक्रम में शेखर सुमन, अध्य्यन सुमन, प्रिया मल्लिक, मृणालिनी अखौरी ,श्रुति सिन्हा, पवन सक्सेना समेत कई कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।

जीकेसी मीडिया और कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार ने बताया कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन के सांस्कृतिक कार्यक्रम में जीकेसी कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव पवन सक्सेना के सफल मंच संचालन में देश के कई लोकप्रिय कलाकारों ने प्रस्तुति दी। कार्निवाल के माध्यम से सम्पूर्ण भारत को तालकटोरा स्टेडियम में उतारने का प्रयास किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना से की गयी।

 

सिने अभिनेता शेखर सुमन और उनके सुपत्र अध्यन सुमन के गाये गीतों पर झूमने के बाद प्रिया मल्ल्कि ने अपनी दिलकश आवाज से समा बांध दिया। निशिका रंजन के कुशल नेतृत्व में देश रंगीला की शानदार प्रस्तुति की गई। मशहूर कत्थक साधिका और कला-संस्कृति प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष श्रुति सिन्हा ने अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। श्रुति सिन्हा ने कारनिवाल में पंजाब, दिल्ली, केरल और गुजरात की संस्कृति को पेश किया।

कुमार ने बताया जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव पवन सक्सेना द्वारा लिखित और स्वरबद की गई देव ऋषि नारद और विश्व न्यायधीश भगवान चित्रगुप्त महाराज पर आधारित लघु नाटिका की प्रस्तुति हुयी, जिससे सारा स्टेडियम आध्यात्मिक हो गया। जानी- मानी ग़ज़ल गायिका मृणालिनी अखौरी ने सुमधुर आवाज़ ने कार्यक्रम में चारचांद लगा दिये। गायक दिव्यांश, गाजियाबाद की निहारिका की प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा। जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा: नम्रता आनंद के नेतृत्व में बच्चों ने छठ, झिझिया, सामाचकेवा, कजरी,होली और जट जटिन पर आधारित प्रस्तुति से लोगों के दिलों पर छाप छोड़ी।

 

मुंबई के नवीन श्रीवास्तव और रूचिता सिन्हा ने भी शानदार प्रस्तुति से लोगों का दिल जीता। बिहार की निशा पाराशर, हैप्पी श्रीवास्तव, हनी प्रिया और राजस्थान की रचना सक्सेना की टीम ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी।