1 जनवरी से सभी निगमकर्मियों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य
पटना। पटना नगर निगम की 54 वें स्थायी समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों के बारे में मेयर सीता साहू ने बताया कि पटना नगर निगम क्षेत्र में इंजीनियरिंग सेक्शन के कार्यों की प्रतिदिन की रिपोर्ट देनी होगी। इसके साथ ही प्रत्येक मंगलवार को समीक्षा बैठक आयोजन किया जाएगा। मुख्यालय स्तर पर पदाधिकारियों द्वारा इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। नगर आयुक्त द्वारा बैठक में अनुपस्थित रहने पर पटनासिटी अंचल के इंजीनियर पर शोकॉज किया गया। उन्होंने बताया कि पार्षदों द्वारा बैठक में प्रस्ताव दिया गया कि वार्ड स्तर पर पार्क एवं चौराहों पर फ ाउंटेन लगाया जाएगा। प्रत्येक अंचल के पदाधिकारियों द्वारा वार्ड पार्षदों की अनुशंसा पर इसका निर्माण किया जाएगा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को लेकर इसे शीघ्रता से करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही हर अंचल पर वाहनों के लिए वर्कशॉप का निर्माण करने का प्रस्ताव भी सदस्यों द्वारा दिया जाएगा। इसके साथ ही मैनहॉल कैचपीट के निर्माण के लिए प्रत्येक अंचल स्तर पर योजना बनाने का निर्देश दिया गया। पटना सिटी स्थित श्री बड़ी पटनदेवी का गड़हा के शक्ति दो प्रवेश द्वार का निर्माण करने की स्वीकृत दी गई। वार्ड सभा से चयनित शेष बचे कच्ची नली गली एवं जीर्ण शीर्ण सड़क संबधित योजनाओं की समीक्षा की गई जहां स्थायी समिति के सदस्यों द्वारा काम में तेजी लाने एवं 7 दिवसीय कैम्प लगाकर इस अधिकारियों द्वारा इस समस्या का निपटारा मुख्यालय द्वारा किया जाएगा। वार्ड संख्या 13 के अंर्तगत देवी स्थान के पास स्वं जानकी राय के मकान से पुरब की ओर नाला एवं पीसीसी निर्माण को माननीय स्थाई समिति के सदस्यों द्वारा स्वीकृति प्रदान दी गई। पटना नगर निगम क्षेत्र में अवैध रूप से लगे एवं भविष्य में लगने वाले होर्डिंग के एवज में 2012 के नियमानुसार रजिस्ट्रेशन शुल्क एवं बकाया राशि की वसूली के लिए रेट को रिवाइज किया जाएगा। मौर्या टावर में स्थित भवन संख्या 202, 203 एवं 204 को किराया में लेने का प्रस्ताव बैठक में लाया गया था लेकिन सदस्यों एवं नगर आयुक्त द्वारा खरीद करने का प्रस्ताव पारित किया गया। पटना नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 48 एवं वार्ड संख्या 46 दो वार्ड में नए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण करने के लिए एनओसी प्रदान की गई। इसके साथ ही क्षेत्र में पडऩे वाले कई स्वास्थ्य केन्द्र जिनको मरम्मत की आवश्यकता होगी इसकी सूची माननीय पार्षदों द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे उनका भी मरम्मत किया जा सके। जलापूर्ति योजनाओं के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति सशक्त स्थाई समिति के सदस्यों द्वारा स्वीकृति दी गई। 1 जनवरी से सभी सफ ाईकर्मियों का बायोमैटिक अंटेडेंस ही माना जाएगा। समय पर उपस्थिति दर्ज कराने के लिए यह नियम लागू किया जाएगा। बैठक में उपमहापौर रजनी देवी,सशक्त स्थाई समिति सदस्य इंद्रदीप कुमार चंद्रवंशी, डॉ आशीष कुमार, दीपा रानी खान, कावेरी सिंह, मनोज कुमार एवं नगर निगम के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।