जातीय जनगणना को देश तोड़ने की संज्ञा देना पिछड़ा अति पिछड़ा का अपमान है- एजाज अहमद
पटना 26 जुलाई 2021 : बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के द्वारा जातीय जनगणना कराने की मांग पर पर भाजपा के द्वारा देश टूटने की बात कहना पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी सोच को स्पष्ट करता है, बल्कि इससे यह भी साबित होता है कि भाजपा को कभी भी पिछड़ा तथा अति पिछड़ा को मान सम्मान देने का नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि आर एस एस के विचारधारा के अनुसार बंच ऑफ थॉट को लागू करने का रहा है जिसमें पिछड़ा, अति पिछड़ा तथा अनुसूचित जाति जनजाति हाशिए पर पर रखकर धार्मिक ध्रुवीकरण के माध्यम से राजनीतिक हित साधने का रहा है।
एजाज ने भाजपा से पूछा कि पिछड़ा, अति पिछड़ा को क्या इस बात का भी अधिकार नहीं है कि वह यह जान सके कि उन्हें उनकी संख्या के अनुपात में उन्हें कितना अधिकार दिया जा रहा। उनके आर्थिक तथा सामाजिक व राजनीतिक भागीदारी में केंद्र और राज्य सरकार कितनी राशि खर्च करती है। जबकि उनकी आबादी सबसे अधिक है। लेकिन उस अनुपात में उन्हें हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है। एजाजाम ने कहा कि पिछड़ा, अति पिछड़ा को अधिकार मांगना और अपनी संख्या जानना को भाजपा के नेता के द्वारा देश टूटने की संज्ञा देना कहीं ना कहीं पिछड़ा और अति पिछड़ों को मिलने वाले अधिकार से वंचित करने का यह एक मजबूत हथकंडा है।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से अति पिछड़ा समाज को अपमानित करने का कार्य किया यह निंदनीय है।
एजाज ने कहा कि मीटिंग या सभा करने का संविधान में मिले अधिकार से वंचित करने का जो चाल बनारस में किया चला गया यह वंचित वर्ग को और खासकर साहनी समाज के लोगों को सोचना होगा कि उनके नाम पर करने वाले लोग किस तरह से उन्हें अपमानित करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सत्ता की मलाई काट रहे हैं। जबकि फूलन देवी के शहादत दिवस को भी अपमानित करने मे भाजपा और समाज के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों ने कार्य किया है जिसे अति पिछड़ा समाज कभी नहीं भूल सकता। इसका बदला आने वाले चुनाव में अवश्य लेगा