कोरोना गाइड लाइन के नाम पर विधायकों के फंड के खर्च का हिसाब नहीं दे रही सरकार- तेजस्वी
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्षों, प्रधान महासचिवों, प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों, प्रवक्ताओं एवं वरिष्ठ नेताओं का पार्टी के स्थापना दिवस (सिल्वर जुबली) समारोह की तैयारी को लेकर हुई बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि 25 वर्षों के कार्यकाल में पार्टी ने न तो अपने संकल्प और न ही विचारधारा से कभी भी समझौता किया है। पार्टी की जो नीतियां सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित रही है उसे लालू प्रसाद को प्रताड़ित किये जाने के बावजूद कभी भी झुकने नहीं दिया गया लेकिन आज जो समाजवादी होने का दंभ भरते हैं
उन्होंने सत्ता और कुर्सी के लिए विचारधारा से समझौता करके भाजपा के सामने घुटने टेक दिया। उन्होंने आगे कहा कि इस महामारी के समय में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के दिशा-निर्देशन में जो सेवा और संकल्प कार्यकर्ताओं ने आमजनों से उनके पीड़ा के साथ जुड़कर काम किया है वह काफी सराहनीय है। राज्य सरकार ने विधायकों के फंड को तो ले लिया लेकिन उसे कैसे खर्च किया जा रहा है यह कभी नहीं बताया। कोरोना महामहारी में सरकार सिर्फ फर्जीबाड़ा करके आंकड़ेबाजी के सहारे वाहवाही लूट रही है जिस पर किसी को विश्वास नहीं है क्योंकि न तो सही ढंग से अस्पताल की व्यवस्था रही और न ही आॅक्सीजन और दवाई की।
जिस तरह से वैक्सीन देने में भी सरकार कोताही कर रही है यह समझ से परे है। इन्होंने सभी लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की और कहा कि सरकार के कार्यकलाप पर पुरी निगाह रखें और कोविड महामारी के समय जिला, प्रखंड और पंचायतों में हुई मृत्यु तथा बीमार लोगों का आंकड़ा इकट्ठा कर राज्य कार्यालय को उपलब्ध करायें। राज्य सरकार से हमने अनुमति मांगी थी कि राज्य के सभी अस्पतालों में किस तरह का इलाज हो रहा है और कैसी व्यवस्था है इसको देखने के लिए हमें जाना है लेकिन सरकार ने कोविड गाइडलाईन का हवाला देकर हमें जाने से रोका। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री यह नहीं चाहते थे कि वो 32 साल के लड़का से हार जायें। इसलिए साजिश करके जबरन हराने का काम किया गया और अलग-अलग मोर्चा बनाकर हमारे खिलाफ साजिश रची गई लेकिन उसके बाद भी जनता ने जब हम पर विश्वास करके हाथ बढ़ाया तो सरकार ने हेराफेरी करके चोर दरवाजे से सत्ता हासिल करने का काम किया।
पटना से श्वेता की रिपोर्ट