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छुपी प्रतिभाओं को उचित मंच देगा जीकेसी- राजीव रंजन प्रसाद

  • बिहार में प्रथम चरण में पांच लाख सदस्य बनायेगा जीकेसी 
  • बिहार के 34 जिलों में जीकेसी की कमिटी गठित
  • सदस्यता अभियान को तेज कर
  • जीकेसी को मजबूत करने पर दिया जाएगा बल

पटना, 20 मई कायस्थों के हित के लिए राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा संगठन ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) बिहार में 5 लाख सदस्य बनाएगा ।

कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने आज यहां बताया कि बिहार में सदस्यता अभियान की शुरुआत इसी सप्ताह से की जाएगी और अगले 6 माह के अंदर 5 लाख नये सदस्य बनाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद एवं उनकी टीम को निर्देश दिया गया है ।उन्होंने बताया कि सदस्यता अभियान बनाने में संगठन की ओर से युवाओं और महिलाओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया जाएगा।

प्रसाद ने बताया कि 5 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य हमारे सदस्यता अभियान के पहले चरण का है, जब यह पूरा हो जाएगा तो दूसरे चरण में इतनी ही संख्या में और सदस्य बनाए जाएंगे । उन्होंने बताया कि राज्य के जिला अध्यक्षों की रविवार को हुई बैठक में प्रत्येक जिला में सदस्यता अभियान के लिए सदस्य बनाने के लक्ष्यों का निर्धारण भी कर दिया गया है।

जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि बिहार के 34 जिलों में जीकेसी के जिला अध्यक्षों का मनोनयन कर दिया गया है और वहां जिला तथा प्रखंड स्तर पर कमेटियां गठित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जीकेसी की ओर से डिजिटल एवं कम्युनिकेशन विभाग, आईटी विभाग, युवा संभाग, कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ, मीडिया सेल, महिला संभाग, राजनीति प्रकोष्ठ, प्रक्षिक्षण विभाग,योगा एवं फिटनेस विभाग, सलाहकार समिति, चित्रांश चेंबर्स ऑफ कॉमर्स, क्रीडा प्रकोष्ठ, विधि प्रकोष्ठ, मार्गदर्शक मंडल आदि प्रकोष्ठों का भी गठन किया गया है जिससे इन क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा ।समय-समय पर विविध आयोजनों के जरिए समाज के भीतर छुपी हुई प्रतिभा को उचित मंच और अवसर प्रदान किया जाएगा ।इसके लिए संगठन की ओर से व्यापक रूपरेखा भी बनाई गई है।

राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने बताया कि सबसे पहले हमारा विशेष जोर सदस्यता अभियान चलाकर कायस्थ जाति को जोड़ने और अधिक से अधिक संख्या में लोगों को एक मंच पर लाने का है ।उन्होंने बताया कि संगठन का पूरा प्रयास अपने समाज के भीतर आर्थिक रूप से कमजोर किसी भी मेधावी प्रतिभा को आर्थिक के साथ-साथ हर तरह की सहायता-सुविधा प्रदान कर उसे शिक्षा तथा रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का है।

इसके लिए जीकेसी की ओर से शिक्षा कैरियर प्रकोष्ठ भी बनाया गया है जहां किशोरवय के छात्र छात्राओं को आगे के कैरियर के बारे में विविध जानकारियां सुलभ कराई जा रही हैं ।उन्होंने बताया कि कायस्थ परिवार की महिलाओं को टेलीमेडिसिन की भी सुविधा प्रदान करने के लिए समाज से जुड़ी महिला चिकित्सक अपनी सेवा देंगी और फोन एवं व्हाट्सएप पर ही उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्या सुनकर उन्हें चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराएंगी ।

इससे चित्रांश समाज की महिलाओं को छोटी-मोटी समस्याओं के लिए अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा घर पर ही सुलभ हो जाएगी ।इस कार्य को जीकेसी की प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन और बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद के नेतृत्व में शीघ्र ही प्रारंभ कराया जाएगा ।